हैदराबाद : इस वक्त देश कोरोना महामारी को झेल रहा है. पिछले वर्ष काेराेना के कारण हुए लॉकडाउन का असर लगभग हर क्षेत्र में देखने काे मिला और आज भी इसका असर देखा जा सकता है.लेकिन ध्यान देने वाली बात है कि देश ने काेराेना महामारी के बावजूद वर्ष 2019-20 की तुलना में वर्ष 2020-21 में कृषि व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है.
आइये डालें रिपाेर्ट की मुख्य बाताें पर एक नजर ...
महामारी के बावजूद अप्रैल 2020-फरवरी 2021 के दौरान एग्री और संबद्ध वस्तुओं के निर्यात में 18.49% की वृद्धि हुई है.
भारत ने गेहूं निर्यात में जबरदस्त 727% और गैर-बासमती के निर्यात में 132% की वृद्धि दर्ज की है.
2019-20 के दौरान भारत का कृषि और संबद्ध वस्तुओं का निर्यात 2.52 लाख करोड़ रहा और आयात 1.47 लाख करोड़ रुपये रहा.
अप्रैल 2020-फरवरी 2021 के दौरान कृषि और संबद्ध वस्तुओं का निर्यात 2.74 लाख करोड़ रहा. जाे पिछले वर्ष की समान अवधि में 2.31 रुपये था. इसमें 18.49% की वृद्धि दर्ज की गई.
जिन वस्तुओं के निर्यात में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई उनमें गेहूं, अन्य अनाज, चावल (बासमती के अलावा), सोया मील, मसाले, चीनी, कच्चा कपास, ताजा सब्जी, प्रसंस्कृत सब्जियां और मादक पेय पदार्थ आदि शामिल हैं.
पिछले साल की तुलना में गेहूं और अन्य अनाज ने भारी वृद्धि दर्ज की, जिसमें क्रमशः 425 करोड़ से 3283 करोड़ और 1318 करोड़ रुपये से 4542 करोड़ रुपये की वृद्धि देखने काे मिली.
देशों की मांग पर NAFED ने अफगानिस्तान काे 50,000 मीट्रिक टन गेहूं का निर्यात किया है और G2G समझाैते के तहत लेबनान को 40,000 मीट्रिक टन गेहूं का निर्यात किया गया है. भारत ने गेहूं निर्यात में जबरदस्त 727% की वृद्धि दर्ज की है.
देश ने (गैर-बासमती) चावल के निर्यात में 132% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है. गैर-बासमती चावल का निर्यात 2019-20 में 13,030 करोड़ रुपये से बढ़कर 2020-21 में 30,277 करोड़ रुपये हो गया. निर्यात में हुई इस वृद्धि के कई कारण हैं, जिनमें भारत ने मुख्य रूप से नए बाजारों काे फाेकस किया है जिनमें, तिमोर-लेस्ते, पापुआ न्यू गिनी, ब्राजील, चिली और प्यूर्टो रिको शामिल हैं. ये निर्यात टोगो, सेनेगल, मलेशिया, मेडागास्कर, इराक, बांग्लादेश, मोजाम्बिक, वियेतनाम, तंजानिया और मेडागास्कर काे भी किए गए.
भारत ने सोया मील के निर्यात में भी 132% की वृद्धि दर्ज की. यह 2019-20 में 3087 करोड़ रुपये से बढ़कर 2020-21 में 7224 करोड़ रुपये हो गया है.
कृषि और संबद्ध वस्तुओं के निर्यात में वर्ष 2019-20 की तुलना में अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. इनमें मसाले ( 23562 करोड़ -26257 करोड़, वृद्धि 11.44%), चीनी (12226 करोड़ -17072 करोड़ वृद्धि 39.64%), कच्चा कपास (6671 करोड़ रु -11373 करोड़, वृद्धि 67.96%), ताजा सब्जी ( 4067 करोड़ रु- 4780 करोड़, वृद्धि 17.54%) और प्रसंस्कृत सब्जियां (1994 रु-2846 करोड़ वृद्धि 42.69%) वृद्धि दर्ज की गई.
अप्रैल 2020-फरवरी 2021 के दौरान एग्री और संबद्ध वस्तुओं का आयात 141034.25 करोड़ रहा जाे पिछले वर्ष की समान अवधि में 137014.39 करोड़ था इसमें पिछले वर्ष की तुलना 2.93% की मामूली वृद्धि देखी गई.
COVID-19 के बावजूद, कृषि व्यापार में अनुकूल वृद्धि दर्ज की गई है.
अप्रैल 2020 - फरवरी 2021 के दौरान यह 132,579.69 करोड़ रुपये रहा जाे 2019-20 की समान अवधि के दौरान 93,907.76 करोड़ रहा.