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भारतीय नौसेना का दो दिवसीय रक्षा अभ्यास 'सी विजिल-21' आज से होगा शुरू - दो दिवसीय सैन्य अभ्यास

भारतीय नौसेना का दूसरा दो दिवसीय रक्षा अभ्यास 'सी विजिल-21' आज (मंगलवार) से शुरू होगा. इसमें देश के 7516 किलोमीटर के तटीय क्षेत्र और विशेष आर्थिक क्षेत्र को शामिल किया जाएगा.

भारतीय नौसेना
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Published : Jan 12, 2021, 7:19 AM IST

Updated : Jan 12, 2021, 8:02 AM IST

नई दिल्ली : भारतीय नौसेना नौवहन सुरक्षा और निगरानी को और मजबूत बनाने के लिये मंगलवार से समुद्र के तटवर्ती क्षेत्र से जुड़े 13 तटीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश से लगी भारत की 7516 किलोमीटर लंबी तटरेखा पर दो दिवसीय सैन्य अभ्यास करेगी. अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास में कई एजेंसियां शामिल होंगी.

नौसेना ने कहा, द्विवार्षिक अखिल भारतीय तटीय रक्षा अभ्यास 'सी विजिल-21' का दूसरा संस्करण 12-13 जनवरी को आयोजित किया जाएगा. नौसेना ने बताया कि भौगोलिक विस्तार और इसमें शामिल हितधारकों की संख्या, हिस्सा लेने वाली इकाइयों और उद्देश्यों को देखते हुए यह अभ्यास 'अभूतपूर्व' होगा. उन्होंने कहा, यह अभ्यास भारतीय नौसेना द्वारा प्रत्येक दो वर्ष पर किया जाने वाला एक अन्य प्रमुख अभ्यास 'ट्रोपेक्स' से पहले होगा.

उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े तटीय रक्षा अभ्यास के तौर पर 'सी विजिल' अभ्यास के दूसरे संस्करण का आयोजन 2008 में मुंबई हमले के बाद सुरक्षा कमियों को दुरुस्त करने के लिये अपनाए गए तरीकों का प्रभाव परखने के लिये किया जा रहा है.

भारतीय नौसेना ने कहा, बड़े भौगोलिक क्षेत्र, संबंधित लोगों की ज्यादा संख्या, अभ्यास में शामिल होने वाले भागीदारों व इकाइयों की संख्या और उद्देश्य के लिहाज से इस अभ्यास का दायरा काफी बड़ा है.

पढ़ें : LAC पर 'कांपी' चीनी सेना, 10 हजार सैनिकों को वापस बुलाया

उसने कहा, यह अभ्यास उच्च स्तर पर समुद्री क्षेत्र में हमारी ताकत व कमजोरियों का वास्तविक आकलन उपलब्ध कराएगा और इसलिये नौवहन व राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने में मददगार होगा.

अधिकारियों ने कहा कि इस सी-विजिल अभ्यास के दौरान भारतीय नौसेना अच्छी खासी संख्या में अपने पोतों व अन्य संसाधनों की तैनाती करेगी.

मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के बाद पूरी तटीय सुरक्षा को पुनर्गठित किया गया था, जिसे समुद्री मार्ग से चलाया गया था. व्यायाम का पैमाना और वैचारिक विस्तार भौगोलिक सीमा, इसमें शामिल हितधारकों की संख्या, भाग लेने वाली इकाइयों की संख्या और मिलने वाले उद्देश्यों के संदर्भ में अभूतपूर्व है.

नई दिल्ली : भारतीय नौसेना नौवहन सुरक्षा और निगरानी को और मजबूत बनाने के लिये मंगलवार से समुद्र के तटवर्ती क्षेत्र से जुड़े 13 तटीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश से लगी भारत की 7516 किलोमीटर लंबी तटरेखा पर दो दिवसीय सैन्य अभ्यास करेगी. अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास में कई एजेंसियां शामिल होंगी.

नौसेना ने कहा, द्विवार्षिक अखिल भारतीय तटीय रक्षा अभ्यास 'सी विजिल-21' का दूसरा संस्करण 12-13 जनवरी को आयोजित किया जाएगा. नौसेना ने बताया कि भौगोलिक विस्तार और इसमें शामिल हितधारकों की संख्या, हिस्सा लेने वाली इकाइयों और उद्देश्यों को देखते हुए यह अभ्यास 'अभूतपूर्व' होगा. उन्होंने कहा, यह अभ्यास भारतीय नौसेना द्वारा प्रत्येक दो वर्ष पर किया जाने वाला एक अन्य प्रमुख अभ्यास 'ट्रोपेक्स' से पहले होगा.

उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े तटीय रक्षा अभ्यास के तौर पर 'सी विजिल' अभ्यास के दूसरे संस्करण का आयोजन 2008 में मुंबई हमले के बाद सुरक्षा कमियों को दुरुस्त करने के लिये अपनाए गए तरीकों का प्रभाव परखने के लिये किया जा रहा है.

भारतीय नौसेना ने कहा, बड़े भौगोलिक क्षेत्र, संबंधित लोगों की ज्यादा संख्या, अभ्यास में शामिल होने वाले भागीदारों व इकाइयों की संख्या और उद्देश्य के लिहाज से इस अभ्यास का दायरा काफी बड़ा है.

पढ़ें : LAC पर 'कांपी' चीनी सेना, 10 हजार सैनिकों को वापस बुलाया

उसने कहा, यह अभ्यास उच्च स्तर पर समुद्री क्षेत्र में हमारी ताकत व कमजोरियों का वास्तविक आकलन उपलब्ध कराएगा और इसलिये नौवहन व राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने में मददगार होगा.

अधिकारियों ने कहा कि इस सी-विजिल अभ्यास के दौरान भारतीय नौसेना अच्छी खासी संख्या में अपने पोतों व अन्य संसाधनों की तैनाती करेगी.

मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के बाद पूरी तटीय सुरक्षा को पुनर्गठित किया गया था, जिसे समुद्री मार्ग से चलाया गया था. व्यायाम का पैमाना और वैचारिक विस्तार भौगोलिक सीमा, इसमें शामिल हितधारकों की संख्या, भाग लेने वाली इकाइयों की संख्या और मिलने वाले उद्देश्यों के संदर्भ में अभूतपूर्व है.

Last Updated : Jan 12, 2021, 8:02 AM IST
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