नई दिल्ली : भारत ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध चाहता है, लेकिन इस बात पर भी जोर दिया कि इस्लामाबाद को अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में काम करना चाहिए.
आज यहां एक वर्चुअल प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, कश्मीर भारत के लिए एक आंतरिक मामला है. द्विपक्षीय पहलू के संबंध में, हम पाकिस्तान सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ सामान्य संबंध चाहते हैं.
पाक को अनुकूल माहौल बनाना चाहिए
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों के खिलाफ विश्वसनीय, सत्यापन योग्य और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने सहित अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में काम करना चाहिए.
भारत ने पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध रखने के संबंध में अपना रुख बार-बार दोहराया है, लेकिन साथ ही, पाकिस्तान को अपने नियंत्रण में किसी भी क्षेत्र को अनुमति नहीं देने के लिए विश्वसनीय सत्यापन योग्य और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने सहित अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि भारत किसी भी तरह से सीमा पार आतंकवाद के लिए इस्तेमाल के खिलाफ है.
केंद्र ने 11 जून को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वार्षिक रिपोर्ट पर एक बहस में इसी तरह की टिप्पणी की थी. वहीं 5 अगस्त, 2019 को जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के लिए नई दिल्ली द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से भारत-पाकिस्तान संबंधों ने एक नया मोड़ ले लिया.
जम्मू कश्मीर का पुराना दर्जा बहाल किए बिना भारत से बात नहीं : इमरान
इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान ने भारत के साथ बातचीत के लिए शर्तें रखी थीं. वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अगर नई दिल्ली 5 अगस्त 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर का दर्जा बहाल करती है तो पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत करेगा.
खान ने लोगों के साथ एक लाइव सवाल-जवाब सत्र के दौरान कहा, अगर पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंधों को पुनर्जीवित करता है (बाद में कश्मीर की स्थिति को बहाल किए बिना), तो यह कश्मीरियों से मुंह मोड़ने जैसा होगा.
अफगानिस्तान में भारत कई परियोजनाएं शुरू कीं
वहीं अफगानिस्तान में भारत की भूमिका पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी की हालिया टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, हम अंततः मानते हैं कि यह अफगानिस्तान के लोगों को यह तय करना है कि उनका कौन भागीदार है.
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में भारत बिजली, बांध, स्कूल, स्वास्थ्य क्लीनिक, सड़कों के अलावा सामुदायिक परियोजनाएं लेकर आया. लेकिन सभी जानते हैं कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान क्या लेकर लाया है.
बागची ने कहा कि भारत सभी शांति पहलों का समर्थन करता है और अफगानिस्तान के विकास और पुनर्निर्माण के लिए उसकी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है. उन्होंने कहा कि हम क्षेत्रीय देशों सहित विभिन्न हितधारकों के संपर्क में हैं.