हैदराबाद : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया है कि अगले सप्ताह यानी 17 अक्टूबर तक भारत 100 करोड़ कोरोना वैक्सिनेशन के लक्ष्य को हासिल कर लेगा. यानी 18 साल से अधिक उम्र वाले 100 करोड़ भारतीय नागरिक वैक्सीन की एक या दोनों डोज ले चुके होंगे. इस लक्ष्य को हासिल करने में भारत को करीब 9 महीने का वक्त लगा है. राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण अभियान के पहले चरण की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 को हुई थी. जनवरी में ही सरकार ने ऑक्सफोर्ड एस्ट्रेजेनेका की ओर से विकसित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी.
जानिए, क्या है भारत में वैक्सिनेशन की स्थिति
14 अक्टूबर तक भारत में करीब 97 करोड़ लोगों को कोविड-19 वैक्सीन के टीके लगाए जा चुके हैं. जिनमें 18 से अधिक उम्र वाले करीब 70 करोड़ लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ली है. करीब 28 करोड़ लोग दोनों डोज लेकर पूरी तरह वैक्सीनेटेड हैं. अगस्त 2021 को जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में 1.6 करोड़ लोग दूसरी डोज लेना भूल गए या किसी कारण से नहीं ले सके. इस दौरान देश में कई रिकॉर्ड भी बने. 18 सितंबर को पूरे देश में वैक्सीन के 2.5 करोड़ डोज लगाए गए थे. टीके देने के लिए देश भर में 52,088 केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें से 50,056 सरकारी केंद्र हैं, जहां मुफ्त टीका दिया जा रहा है. जबकि 2,032 प्राइवेट हैं.
वैक्सिनेशन में यूपी नंबर वन, फुल डोज में महाराष्ट्र अव्वल
वैक्सिनेशन के मामले में उत्तरप्रदेश नंबर वन की पोजिशन पर है. वहां 14 अक्टूबर तक करीब 11.75 करोड़ लोगों ने वैक्सीन ली थी. फुल वैक्सिनेटेड यानी दोनों डोज लेने वालों की तादाद करीब 2 करोड़ 54 लाख ही है. दूसरे नंबर पर 9.01 करोड़ वैक्सिनेशन डोज के साथ महाराष्ट्र काबिज है. फुल वैक्सीनेशन में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है. यहां भी दोनों डोज लेने वालों की संख्या 2.76 करोड़ है.
तीसरे नंबर पर गुजरात है, जहां 6.6 करोड़ डोज लगाई गई है. यहां 2.22 करोड़ लोगों ने दोनों डोज ले ली है. चौथे पायदान पर मध्यप्रदेश है, जहां करीब 6.58 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई. यहां 1.67 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज मिली है. 6.55 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाकर पश्चिम बंगाल पांचवें पायदान पर है.
कदम दर कदम पहुंच गए 100 करोड़ के पास
एक करोड़ टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में भारत को 34 दिन लगे. 20 फरवरी को भारत ने एक करोड़ टीके का आंकड़ा हासिल किया था.फर्स्ट फेज में सीनियर सिटिजन, मेडिकल सर्विसेज से जुड़े कर्माचारी और कोरोना वॉरियर्स को ही टीका दिया जा रहा था. 1 अप्रैल से 45 प्लस वाले लोगों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ. पहली मई से 18 से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण शुरू हुआ था. भारत को पहले 10 करोड़ टीकाकरण के आंकड़े को छूने के लिए 85 दिन लगे थे, लेकिन 65 करोड़ खुराक से 75 करोड़ खुराक तक का सफर भारत ने सिर्फ 13 दिनों में पूरा कर लिया.
तारीख | वैक्सिनेशन का आंकड़ा |
11 अप्रैल | 10 करोड़ |
29 अप्रैल | 15 करोड़ |
6 अगस्त | 50 करोड़ |
26 अगस्त | 60 करोड़ |
31 अगस्त | 65 करोड़ |
13 सितंबर | 75 करोड़ |
19 सितंबर | 80 करोड़ |
2 अक्टूबर | 90 करोड़ |
10 अक्टूबर | 95 करोड़ |
विदेशों में क्या है वैक्सिनेशन का हाल
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पूरी दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाले देश चीन में वैक्सीन की 221 करोड़ डोज लगाई गई है. वहां की 47.5 फीसदी आबादी दोनों डोज लेकर फुल वैक्सीनेटेड है. अमरेका की 57 पर्सेंट आबादी को दोनो डोज मिल गई है. फुल वैक्सीनेशन में संयुक्त अरब अमीरात नंबर वन है. वहां की 85 पर्सेंट लोग पूरी तरह वैक्सीनेटेड हैं यानी दोनों डोज ले चुके हैं. जापान के 65.8 पर्सेंट लोग और ब्रिटेन के 67. 3 फीसद नागरिकों को डोज कंप्लीट हो चुकी है. फ्रांस और कनाडा का रेकॉर्ड भी बेहतर है. ( देखें टेबल)
भारत सरकार के अनुसार, देश में एक अरब 36 करोड़ लोगों को वैक्सीन देना है. अभी भारत सरकार ने बच्चों के लिए भी कोवैक्सीन की मंजूरी दी है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल जनवरी 2022 से यह 2 साल से 18 साल तक के बच्चों को दिया जाएगा. फिलहाल भारत सरकार का लक्ष्य दिसंबर तक 18 से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन की दोनों डोज उपलब्ध कराने की है.