ETV Bharat / bharat

India Israel sign MoU : भारत-इज़राइल का संबंधों की मजबूती पर जोर, समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

भारत और इजराइल के विदेश मंत्रियों ने मुलाकात के दौरान दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत करने पर जोर दिया. दोनों देशों के बीच एक समझौदा ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस संबंध में ट्वीट किया है.

Foreign Ministers of India and Israel
भारत और इजराइल के विदेश मंत्री
author img

By

Published : May 9, 2023, 6:05 PM IST

नई दिल्ली: भारत और इजराइल के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए जल, कृषि और गतिशीलता के क्षेत्र में समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया (India Israel sign MoU).

भारत के विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने अपने इजराइली समकक्ष एली कोहेन के साथ आपसी हित के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की और यूक्रेन और इंडो-पैसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान किया. दोनों नेताओं ने I2U2 में प्रगति और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग पर जोर दिया.

ईएएम जयशंकर ने ट्वीट किया, 'इज़राइल के विदेश मंत्री के साथ व्यापक चर्चा आज दोपहर हुई. हमारी रणनीतिक साझेदारी के मुख्य स्तंभ - कृषि, जल, रक्षा और सुरक्षा - हमारे संबंधों को आगे ले जा रहे हैं. जल और कृषि में आज हुए नए समझौते और अधिक करने की क्षमता को रेखांकित करते हैं. हाई-टेक, डिजिटल और इनोवेशन के साथ-साथ कनेक्टिविटी, मोबिलिटी टूरिज्म, फाइनेंस और हेल्थ में सहयोग पर चर्चा की.'

उन्होंने कहा कि 'I2U2 में प्रगति और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग का उल्लेख किया. हमारे संबंधित क्षेत्रों, यूक्रेन और इंडो-पैसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ. गतिशीलता के क्षेत्र में एक समझौते की शुरुआत की.'

इजराइल के विदेश मंत्री आज सुबह नई दिल्ली पहुंचे और उनके आगमन के तुरंत बाद, उन्होंने गाजा पट्टी में इजराइली हवाई हमलों के बीच भारत की अपनी यात्रा को कम करने की घोषणा की. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद वह इस्राइल लौट आएंगे.

गौरतलब है कि उनकी यात्रा इसलिए महत्व रखती है क्योंकि दोनों देशों के 30 साल के राजनयिक संबंध है. उनकी यात्रा इस्राइल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बरकत और नेसेट स्पीकर अमीर ओहाना के इस साल की शुरुआत में भारत आने के कुछ दिनों बाद है. यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-इजराइल संबंधों को मजबूत करना है.

नेतन्याहू सरकार के तहत इस्राइली प्रतिनिधिमंडल की भारत की यह दूसरी यात्रा है. पिछले कुछ वर्षों में, भारत और इज़राइल ने विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से व्यापार और सुरक्षा में अपना सहयोग बढ़ाया है.

भारत और इजराइल के बीच सहयोग का एक अन्य क्षेत्र कृषि है. भारत में इजराइल के सेंटर फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन ऑफ द मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स (MASHAV) की मौजूदगी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देती है. MASHAV के तहत कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं.

जून 2022 में MASHAV ने एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में हरियाणा सरकार के साथ एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए. MASHAV सतत विकास, जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के वैश्विक प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध है. प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में, MASHAV मानवीय सहायता प्रदान करता है और पुनर्निर्माण और पुनर्वास प्रयासों में भाग लेता है.

पीएम मोदी ने अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायल के लोगों को उनकी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर बधाई दी है. विदेश मंत्री जयशंकर ने वर्ष 2021 में अक्टूबर में इजरायल की आधिकारिक यात्रा की थी.

पढ़ें-Attack In Gaza: हवाई हमले के बीच इजराइली विदेश मंत्री ने बीच में छोड़ा भारत दौरा, पीएम मोदी से मुलाकात कर लौटेंगे वापस

नई दिल्ली: भारत और इजराइल के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए जल, कृषि और गतिशीलता के क्षेत्र में समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया (India Israel sign MoU).

भारत के विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने अपने इजराइली समकक्ष एली कोहेन के साथ आपसी हित के मुद्दों पर व्यापक चर्चा की और यूक्रेन और इंडो-पैसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान किया. दोनों नेताओं ने I2U2 में प्रगति और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग पर जोर दिया.

ईएएम जयशंकर ने ट्वीट किया, 'इज़राइल के विदेश मंत्री के साथ व्यापक चर्चा आज दोपहर हुई. हमारी रणनीतिक साझेदारी के मुख्य स्तंभ - कृषि, जल, रक्षा और सुरक्षा - हमारे संबंधों को आगे ले जा रहे हैं. जल और कृषि में आज हुए नए समझौते और अधिक करने की क्षमता को रेखांकित करते हैं. हाई-टेक, डिजिटल और इनोवेशन के साथ-साथ कनेक्टिविटी, मोबिलिटी टूरिज्म, फाइनेंस और हेल्थ में सहयोग पर चर्चा की.'

उन्होंने कहा कि 'I2U2 में प्रगति और बहुपक्षीय मंचों में सहयोग का उल्लेख किया. हमारे संबंधित क्षेत्रों, यूक्रेन और इंडो-पैसिफिक पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ. गतिशीलता के क्षेत्र में एक समझौते की शुरुआत की.'

इजराइल के विदेश मंत्री आज सुबह नई दिल्ली पहुंचे और उनके आगमन के तुरंत बाद, उन्होंने गाजा पट्टी में इजराइली हवाई हमलों के बीच भारत की अपनी यात्रा को कम करने की घोषणा की. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद वह इस्राइल लौट आएंगे.

गौरतलब है कि उनकी यात्रा इसलिए महत्व रखती है क्योंकि दोनों देशों के 30 साल के राजनयिक संबंध है. उनकी यात्रा इस्राइल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बरकत और नेसेट स्पीकर अमीर ओहाना के इस साल की शुरुआत में भारत आने के कुछ दिनों बाद है. यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-इजराइल संबंधों को मजबूत करना है.

नेतन्याहू सरकार के तहत इस्राइली प्रतिनिधिमंडल की भारत की यह दूसरी यात्रा है. पिछले कुछ वर्षों में, भारत और इज़राइल ने विभिन्न क्षेत्रों, विशेष रूप से व्यापार और सुरक्षा में अपना सहयोग बढ़ाया है.

भारत और इजराइल के बीच सहयोग का एक अन्य क्षेत्र कृषि है. भारत में इजराइल के सेंटर फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन ऑफ द मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स (MASHAV) की मौजूदगी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देती है. MASHAV के तहत कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं.

जून 2022 में MASHAV ने एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में हरियाणा सरकार के साथ एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए. MASHAV सतत विकास, जलवायु परिवर्तन के अनुकूलन और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के वैश्विक प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध है. प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में, MASHAV मानवीय सहायता प्रदान करता है और पुनर्निर्माण और पुनर्वास प्रयासों में भाग लेता है.

पीएम मोदी ने अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू और इजरायल के लोगों को उनकी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर बधाई दी है. विदेश मंत्री जयशंकर ने वर्ष 2021 में अक्टूबर में इजरायल की आधिकारिक यात्रा की थी.

पढ़ें-Attack In Gaza: हवाई हमले के बीच इजराइली विदेश मंत्री ने बीच में छोड़ा भारत दौरा, पीएम मोदी से मुलाकात कर लौटेंगे वापस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.