नई दिल्ली : केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने भारत के समुद्री क्षेत्र की विशाल क्षमता को खोलने पर जोर देते हुए कहा है कि देश की रणनीतिक स्थिति और टिकाऊ प्रक्रियाओं के लिए प्रतिबद्धता से अद्वितीय अवसर तैयार होते हैं.
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India is the rising star of global maritime sector. My speech at the Ambassador's Meet in New Delhi as we look forward to the Global Maritime India Summit 2023. 🎥 pic.twitter.com/rwijYJpGy2
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उन्होंने शुक्रवार शाम यहां विदेशी मिशन प्रमुखों और अधिकारियों की मेजबानी करते हुए कहा कि भारत समुद्री क्रांति के लिए तैयार है. यह कार्यक्रम 17-19 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाले 'ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट-2023' से पहले आयोजित किया गया था.
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने भारत के समुद्री क्षेत्र में निवेश के अवसरों को खोलने पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'भारत समुद्री क्रांति के लिए तैयार है. हमारी रणनीतिक स्थिति, प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति और टिकाऊ प्रक्रियाओं के प्रति प्रतिबद्धता अद्वितीय अवसर प्रस्तुत करती है. इस क्षेत्र में भारत के साथ साझेदारी करने वाले देश वैश्विक वृद्धि में योगदान देंगे और एक जिम्मेदार तथा प्रगतिशील समुद्री भविष्य का हिस्सा बनेंगे.'
केंद्रीय मंत्री ने पर्यावरण-अनुकूल जहाजरानी समाधानों के लिए अपना दृष्टिकोण भी साझा किया. बैठक में लगभग 40 देशों के राजनयिकों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इन देशों में मिस्र, सिंगापुर, वियतनाम, आर्मेनिया, अमेरिका, जर्मनी, फिनलैंड, नॉर्वे, नीदरलैंड, कनाडा, रूस और जॉर्जिया शामिल थे.
इस अवसर पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टी के रामचंद्रन ने ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन के बारे में बताया और स्थायी समुद्री समाधानों के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया.
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(पीटीआई-भाषा)