मालदा: अत्यधिक गरीबी से जूझ रही पश्चिम बंगाल के मालदा की एक 20 वर्षीय महिला ने कथित तौर पर अपने 18 दिन के बच्चे को 1.5 लाख रुपये में बेच दिया. इस मामले की जानकारी पुलिस ने रविवार को दी. मालदा के हरिश्चंद्रपुर में यह घटना सामने आने के बाद बच्चे को मां को लौटा दिया गया, लेकिन उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब यह खुलासा हुआ कि एक स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता ने बच्चे को खरीदने वाले व्यक्ति को पैसे नहीं लौटाए, जबकि महिला ने उसे सौंप दिया था.
ग्रामीणों ने बताया कि उनके दबाव डालने पर टीएमसी नेता ने 1.20 लाख रुपये लौटा दिये और बाकी 30 हजार रुपये 10 दिन में देने का वादा किया. इस संबंध में कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं की गई है. अनुमंडल दंडाधिकारी ने संबंधित बीडीओ को मामले की जांच करने का आदेश दिया है. पता चला है कि महिला का पति दूसरे राज्य में मजदूरी करता है और घर पैसे नहीं भेजता है.
उनकी मां उन्हें घर का खर्च चलाने के लिए हर महीने 1,500 रुपये देती है. महिला, जिसका पहले से ही एक बच्चा है, उसने 1 नवंबर को अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया. यह महसूस करते हुए कि उसके लिए दो बच्चों का पालन-पोषण करना असंभव है, उसने वित्तीय मदद के लिए अपने पति से संपर्क किया. महिला ने कहा कि जब उसने अपने पति से पैसे मांगे तो उसने उससे कहा कि अगर उसे पैसों की जरूरत है तो वह किसी और से शादी कर ले.
इसके बाद ही महिला ने अपने नवजात बच्चे को बेचने का फैसला किया. उसने कहा कि एक गैर-बंगाली दवा डीलर की सास ने बच्चे को खरीदा. एक पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य और टीएमसी नेता की पहल के बाद आखिरकार बच्चे को उसकी मां के पास लौटा दिया गया. हालांकि, टीएमसी नेता, जो पेशे से शिक्षक है, पर उस महिला को पैसे नहीं लौटाने का आरोप लगाया गया है, जिसने बच्चा खरीदा था.