लुधियाना: पंजाब के मोगा में इंटरनेशनल वुमन ट्रैफिकिंग गैंग के सक्रिय होने का दावा किया जा रहा है. यह दावा मोगा की एक महिला ने किया है, जो मस्कट से अपनी जान बचाकर मोगा पहुंची है. महिला ने दावा किया है कि उसे मोगा की एक महिला ने पाकिस्तान में तीन लाख रुपये में बेचा था. इसके बाद उसने सोशल मीडिया पर पंजाब की एक समाज सेवी संस्था से संपर्क किया और उनकी मदद से वह वापस लौट आई है. मोगा में रहने वाली एक महिला तस्कर के घर भी समाजसेवी संस्था ने छापा मारा है.
महिला ने किए कई खुलासे: पीड़ित महिला ने बताया कि जहां से वह लौटी है, वहां पंजाब की चार से पांच लड़कियां और भी हैं. उसने बताया कि आरोपी महिला तस्कर ने उसे झांसा दिया था कि उसे विदेश भेज दिया जाएगा और जिसके बाद उसकी आय 35 से 40 हजार रुपए प्रतिमाह की होगी.
बाद में उन्हें पता चला कि उन्हें पाकिस्तान में बेच दिया गया था और वहां से उसे मस्कट भेज दिया गया. पाकिस्तान से मस्कट उसे घर का काम कराने की बात कहकर भेजा गया था. उसने कहा कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए वह बाहर जाने को राजी हुई थी, लेकिन उसे नहीं पता था कि उसे आगे बेचा जा रहा है.
मारपीट कर किया गया प्रताड़ित: पीड़ित महिला ने लुधियाना पहुंचने पर अपनी आप-बीती सुनाई. उसने बताया कि मस्कट में उसके साथ मारपीट की गई और शारीरिक शोषण भी किया गया. उसने कहा कि पहले तो उसे पता नहीं चला, लेकिन जब उसे पाकिस्तान से मैसेज आने लगे तो पता चला कि महिला तस्कर ने उसे तीन लाख रुपये में बेच दिया. उसने बताया कि उसके दो बच्चे हैं और उसका पति लकड़ी का काम करता है. उन्होंने कहा कि उनका टूरिस्ट वीजा लगाया गया था और पीड़ित महिला को वर्क वीजा बताया गया था.
महिला ने कहा कि उसे मस्कट में एक कमरे में बंद कर दिया गया और उसके मोबाइल से सिम भी निकाल लिया गया. इसके बाद उसने अपने मोबाइल में वाई-फाई चालू करके भारत में एक सामाजिक सेवा संगठन से संपर्क किया. जिसके बाद मोगा की एक समाजसेवी संस्था ने महिला के घर पहुंचकर पूछताछ की और घर की जांच की. इसके बाद संगठन और पुलिस ने आरोपी महिला तस्कर के ठिकाने पर छापा मारा, जहां से उसे पीड़ित महिला को बेचे जाने के साक्ष्य और अन्य दस्तावेज मिले. अब पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है.