बेलगामः जिले के कागवाड़ा तालुक (Kagawada taluk) के मोल गांव (Mole Village) से एक विचित्र घटना सामने आई हैं. इस घटना में एक शव को एक जिंदा कोरोना संक्रमित मरीज की लाश समझकर अस्पताल ने उसके घर भेज दिया, जबकि वह मरीज अस्पताल में जिंदा था.
मोल गांव के पायप्पा सत्यप्पा हल्लोल्ली (Paayappa Satyappa Hallolli,82yr) को 1 मई को कोरोना के इलाज के लिए बेलगाम के वीनस प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अगली सुबह 2 मई को अस्पताल ने एक शव को पैक किया और उसके घर भेज दिया.
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पायप्पा के परिवार वालों ने शव का बिना देखे ही अंतिम संस्कार कर दिया. बाद में वीनस अस्पताल ने उसके परिवार वालों को अस्पताल बुलाया और उन्हें बताया कि पायप्पा जिंदा हैं और अभी अस्पताल में है. लेकिन तब तक दूसरे शव का अंतिम संस्कार किया जा चुका था.