हिमाचल प्रदेश/सिरमौर: इस बार आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 को लेकर भारत में क्रिकेट फैंस में गजब की दीवानगी देखने को मिली. भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार 10 मैचों में शानदार जीत हासिल कर फैंस को भरोसा दिला दिया था कि इस बार विश्व कप पर इंडिया का ही कब्जा होगा, लेकिन रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हुए भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मुकाबले से न सिर्फ भारतीय टीम को सदमा लगा, बल्कि फैंस भी हताश और निराश नजर आए. वहीं, हिमाचल प्रदेश में एक क्रिकेट प्रेमी भारतीय टीम की हार का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया. मैच के दौरान सिरमौर जिले के एक एचआरटीसी कर्मी की हार्ट अटैक से मौत हो गई.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ड्राइवर (30 वर्ष) की हार्ट अटैक से मौत हो गई. ड्राइवर जिस वक्त हार्ट अटैक का शिकार हुआ, उस समय वह वर्ल्ड कप का फाइनल मैच देख रहा था. लोगों ने उसे बेसुध हालत में अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. मामला उपमंडल पांवटा साहिब से जुड़ा है. चालक की मौत के बाद क्षेत्र में शोक की लहर है. प्रारंभिक जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक माना जा रहा है, लेकिन सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में होगा.
जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय सूरज कुमार निवासी सतौन परिवहन निगम की बस में ड्राइवर पद पर तैनात था. रविवार को वह पांवटा साहिब से बस लेकर कांडो च्योग के लिए निकला और देर शाम को कांडो च्योग पहुंचा. सवारियों को बस से उतार सूरज उस घर में चला गया, जहां वह रोजाना रात को रहता था. कमरे में पहुंचते ही वह मैच देखने लगा. इस दौरान सूरज ने मकान मालिक की बेटी को चाय बनाने के लिए बोला. इसी बीच जब मकान मालिक की बेटी चाय बनाकर लौटी, तो देखा कि वह बिस्तर पर लेटा हुआ था और उसके हाथ में मोबाइल था. महिला ने सूरज को आवाज लगाई, लेकिन सूरज ने कोई जवाब नहीं दिया.
इसके बाद महिला ने अपने परिजनों को बुलाया, तो सूरज बेसुध पड़ा हुआ था. इसके बाद तुरंत लोगों ने उसे 108 एंबुलेंस के माध्यम से सिविल अस्पताल पांवटा साहिब पहुंचाया, लेकिन सिविल अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के अनुसार प्रारंभिक जांच में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है, लेकिन सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा. उधर सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सोमवार को यमुना नदी के किनारे सूरज का अंतिम संस्कार किया गया.
बताया जा रहा है कि मृतक सूरज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. इससे पहले सूरज का एक भाई और एक बहन यह दुनिया छोड़ चुके हैं, जबकि अब सूरज के चले जाने के बाद परिजन बेसुध हालत में है. बताया जा रहा है कि सूरज का एक भाई बचपन में ही सतौन गिरी नदी में डूब गया था, जबकि कुछ साल पहले बीमारी के कारण उसकी बहन की भी मौत हो गई थी. सूरज की अभी चार वर्ष पहले ही परिवहन निगम में नौकरी लगी थी और उसकी चार साल पहले ही शादी हुई थी. उसका एक ढ़ाई साल का बेटा है और 6 महीने की बेटी भी है.
परिचालक सुंदर सिंह ने बताया कि "जब वह सूरज के कमरे में गए, तो वह अचेत अवस्था में पड़ा था और मोबाइल पर मैच चल रहा था. इसके बाद सूरज को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया."
पांवटा साहिब के डीएसपी मानवेंद्र ठाकुर ने बताया कि "प्रारंभिक जांच में ड्राइवर की मौत की वजह हार्ट अटैक मानी जा रही है. पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है. इस संदर्भ में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है."