लखनऊ : अगर आप जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं तो इससे आपको ओवरहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है. इसे ही वाटर इंटाक्सिकेशन भी कहते हैं. इसमें जी मिचलाना, उल्टी, सिर दर्द, किसी तरह का भ्रम, इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं. अगर मामला गंभीर हो जाए तो दौरा आना, कोमा में जाना या मौत का खतरा भी हो सकता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हर व्यक्ति को अपनी उम्र के हिसाब से पानी पीना चाहिए और इस बारे में जानकारी विशेषज्ञ ही बता सकते हैं.
लोकबंधु अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पानी हमारी सेहत के लिए बहुत ज्यादा जरूरी है. कई बार ओवर हाइड्रेशन के कारण मरीज को दिक्कत हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि शरीर को जितने पानी की आवश्यकता है उतना ही पानी दिया जाए. मौसम के अनुसार शरीर में पानी की मांग भी बदलती रहती है. गर्मियों में डिहाइड्रेशन के कारण बहुत से मरीज अस्पताल में भर्ती होते हैं. गर्मियों में हमारे शरीर को पानी की आवश्यकता होती है. बहुत से लोग अत्यधिक पानी पी लेते हैं. जिस कारण उन्हें दिक्कतें होने लगती है. उनका जी मिचलाने लगता है. उल्टियां होने लगती हैं या फिर घबराहट होती है. अधिक पानी पीने से हमें सिरदर्द, थकान, जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. कई मामलों में अधिक पानी पीने से आदमी कोमा तक में जा सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है.
डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी के अनुसार जिस तरह से पानी शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है. पानी जोड़ों को चिकना, संक्रमण रोकने, कोशिकाओं को पोषक तत्व पहुंचाने और अंगों को ठीक से काम करने का काम करता है. इस तरह से जब शरीर में ओवर हाइड्रेशन होता है तो इसका सीधा उल्टा असर पड़ता है. संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. कोशिकाओं को जो पोषक तत्व पहुंचता है वहां पानी अत्यधिक होने पर दिक्कत होती है. जैसे अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने से नींद की गुणवत्ता, अनुभूति और मूड में भी सुधार होता है इस तरह से ओवर हाइड्रेशन होने के चलते नींद उड़ जाना, मूड स्विंग, होना उल्टी होना सर दर्द थकान महसूस होने लगता है.
कम पानी पीने से भी होती हैं दिक्कतें : डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी के मुताबिक वैसे तो सामान्य तौर पर लोगों को दो से चार घंटे के बीच में पानी पी लेना चाहिए जो सेहत के लिए अच्छा होता है. अगर कोई व्यक्ति इससे कम पानी पीता है तो उससे भी कई बीमारियां होती हैं. जिसमें यूरिन इन्फेक्शन, डाइजेशन प्रोबलम, गैस एसिडिटी होने शामिल है. कई बार इन्हीं दिक्कतों के कारण मरीज को अस्पताल तक में भर्ती होना पड़ता है बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो कम पानी पीते हैं जिसकी वजह से उन्हें यूरिन इन्फेक्शन होता है. जिसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टर उन्हें दो से ढाई लीटर पानी पीने की सलाह देते हैं ताकि इन्फेक्शन मूत्र मार्ग से बाहर निकल जाए.
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