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गुजरात : PMO का अधिकारी बनकर धोखाधड़ी करने वाला वडोदरा का निवासी गिरफ्तार

गुजरात के वडोदरा शहर में पीएमओ (PMO) का अधिकारी बताकर यहां एक स्कूल में दो बच्चों का एडमिशन कराने वाले और बड़ी रकम ठगने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी का नाम मयंक तिवारी है, इससे पहले अहमदाबाद के किरण पटेल को पीएमओ का फर्जी अफसर बनने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है.

vadodara man arrested for posing as PMO official
फर्जी पीएमओ अफसर गिरफ्तार
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Published : Jun 24, 2023, 8:40 PM IST

वडोदरा : गुजरात के वडोदरा शहर में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताकर यहां एक निजी स्कूल में दो बच्चों का दाखिला कराने वाले और अपनी फर्जी पहचान की बदौलत बड़ी रकम ठगने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी मयंक तिवारी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. कुछ महीने पहले अहमदाबाद निवासी किरण पटेल को भी खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पेश करने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया गया था.

शहर के वाघोडिया थाने के एक अधिकारी ने कहा कि नई दिल्ली में पीएमओ में निदेशक (रणनीतिक सलाहकार) के रूप में अपनी पहचान बताकर तिवारी पहली बार प्रवेश सत्र के दौरान मार्च 2022 में स्कूल और उसके न्यासी के संपर्क में आया. उन्होंने बताया कि तिवारी ने अपने पारिवारिक मित्र के दो बेटों के दाखिले के लिए स्कूल से मदद मांगी और उनका परिचय उसने भारतीय सेना के अधिकारी मिर्जा बेग के रूप में दिया. अधिकारी के अनुसार तिवारी ने बताया कि बेग को पुणे से वडोदरा स्थानांतरित किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि स्कूल के निदेशक ने तिवारी को न्यासी से मिलने के लिए कहा, जो वडोदरा में एक निजी विश्वविद्यालय से भी जुड़े हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि न्यासी पर अपना प्रभाव जमाने के लिए, तिवारी ने उनसे कहा कि वह पीएमओ अधिकारी के रूप में अपने रसूख का इस्तेमाल कर सकते हैं और स्कूल को शिक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में शामिल कर सकते हैं और वे उन्हें विभिन्न परियोजनाएं दिला सकते हैं.

उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में कहा गया है कि कुछ महीने बाद न्यासी को तिवारी के दावों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें पता चला कि तिवारी पीएमओ का अधिकारी नहीं है और उसने उनके साथ धोखा किया है. इसके बाद न्यासी ने पिछले महीने स्कूल को इस संबंध में जानकारी दी. स्कूल प्रशासन की शिकायत पर, वाघोडिया पुलिस ने शुक्रवार को तिवारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 406 (विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), और 170 (एक लोक सेवक का प्रतिरूपण) के तहत मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया.

गुजरात के अहमदाबाद के किरण पटेल के बाद तिवारी दूसरा ऐसा व्यक्ति है जिसे हाल के महीनों में पीएमओ अधिकारी होने का दावा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पटेल अपनी फर्जी पहचान के साथ कश्मीर घाटी की तीसरी यात्रा कर रहा था, जब उसे तीन मार्च को सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया था. पटेल अपनी फर्जी पहचान के साथ कश्मीर घाटी की तीसरी यात्रा कर रहा था, जब उसे तीन मार्च को सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया था.

ये भी पढ़ें - PMO का टॉप अधिकारी बताकर JK में 'धोखेबाजी' करने वाले शख्स को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

(पीटीआई-भाषा)

वडोदरा : गुजरात के वडोदरा शहर में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का अधिकारी बताकर यहां एक निजी स्कूल में दो बच्चों का दाखिला कराने वाले और अपनी फर्जी पहचान की बदौलत बड़ी रकम ठगने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी मयंक तिवारी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. कुछ महीने पहले अहमदाबाद निवासी किरण पटेल को भी खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में पेश करने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया गया था.

शहर के वाघोडिया थाने के एक अधिकारी ने कहा कि नई दिल्ली में पीएमओ में निदेशक (रणनीतिक सलाहकार) के रूप में अपनी पहचान बताकर तिवारी पहली बार प्रवेश सत्र के दौरान मार्च 2022 में स्कूल और उसके न्यासी के संपर्क में आया. उन्होंने बताया कि तिवारी ने अपने पारिवारिक मित्र के दो बेटों के दाखिले के लिए स्कूल से मदद मांगी और उनका परिचय उसने भारतीय सेना के अधिकारी मिर्जा बेग के रूप में दिया. अधिकारी के अनुसार तिवारी ने बताया कि बेग को पुणे से वडोदरा स्थानांतरित किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि स्कूल के निदेशक ने तिवारी को न्यासी से मिलने के लिए कहा, जो वडोदरा में एक निजी विश्वविद्यालय से भी जुड़े हुए हैं. अधिकारी ने बताया कि न्यासी पर अपना प्रभाव जमाने के लिए, तिवारी ने उनसे कहा कि वह पीएमओ अधिकारी के रूप में अपने रसूख का इस्तेमाल कर सकते हैं और स्कूल को शिक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में शामिल कर सकते हैं और वे उन्हें विभिन्न परियोजनाएं दिला सकते हैं.

उन्होंने बताया कि प्राथमिकी में कहा गया है कि कुछ महीने बाद न्यासी को तिवारी के दावों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने उसके बारे में जानकारी जुटानी शुरू की. अधिकारी ने बताया कि बाद में उन्हें पता चला कि तिवारी पीएमओ का अधिकारी नहीं है और उसने उनके साथ धोखा किया है. इसके बाद न्यासी ने पिछले महीने स्कूल को इस संबंध में जानकारी दी. स्कूल प्रशासन की शिकायत पर, वाघोडिया पुलिस ने शुक्रवार को तिवारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 406 (विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), और 170 (एक लोक सेवक का प्रतिरूपण) के तहत मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया.

गुजरात के अहमदाबाद के किरण पटेल के बाद तिवारी दूसरा ऐसा व्यक्ति है जिसे हाल के महीनों में पीएमओ अधिकारी होने का दावा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पटेल अपनी फर्जी पहचान के साथ कश्मीर घाटी की तीसरी यात्रा कर रहा था, जब उसे तीन मार्च को सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया था. पटेल अपनी फर्जी पहचान के साथ कश्मीर घाटी की तीसरी यात्रा कर रहा था, जब उसे तीन मार्च को सुरक्षा अधिकारियों ने पकड़ लिया था.

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(पीटीआई-भाषा)

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