नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राज्यसभा में दिए गए बयान के बाद केंद्र सरकार की खिंचाई की. जिसमें यह कहा गया है कि भारत और चीन चरणबद्ध तरीके से पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो में पीछे हटने के समझौते पर पहुंच गए हैं. कांग्रेस का कहना है कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर जब तक यथास्थिति बहाल नहीं होती है, तब शांति संभव नहीं है.
केंद्र सरकार के बयान पर कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि चीनी सेना ने कितने क्षेत्र पर कब्जा किया है? हमारे सैनिकों के बलिदानों के बारे में? जो अपने जीवन को खो चुके हैं, उनके लिए कौन जिम्मेदार है? सरकार को बलिदानों के साथ नहीं खेलना चाहिए? उन जवानों की जो चीन के साथ विवाद के दौरान मारे गए तब मोदी सरकार सो रही थी.
इससे पहले रक्षा मंत्री ने कहा था कि दोनों पक्ष चरणबद्ध, सत्यापित और समन्वित तरीके से सीमा पर से सैनिकों को हटा लेंगे. उन्होंने कहा कि चीन अपनी सैन्य उपस्थिति को नॉर्थ बैंक क्षेत्र में फिंगर 8 के पूर्व में रखेगा और भारतीय सेना फिंगर 3 के पास अपने स्थायी बेस पर रहेंगे. उन्होंने उच्च सदन को यह भी आश्वासन दिया कि भारत ने कुछ भी स्वीकार नहीं किया है. दोनों पक्षों ने पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त सहित नॉर्थ बैंक में सैन्य गतिविधियों पर रोक लगाने पर सहमति जताई है.
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इस बारे में पूछे जाने पर मणिकम टैगोर ने कहा कि जमीनी रिपोर्ट अलग-अलग हैं. इसलिए हम जो मांग कर रहे हैं, वह यह है कि सरकार को संसद में झूठ नहीं, सच बताना चाहिए. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार पर हमला किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि जब तक यथास्थिति बहाल नहीं होती है, तब शांति संभव नहीं है. भारत सरकार हमारे जवानों के बलिदान का अपमान क्यों कर रही है?