जम्मू : जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक जन रैली में कहा कि सरकार शांति के लिए कृत संकल्प है. उन्होंने यह टिप्पणियां उस रैली में की, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए.
अमित शाह अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को रद्द करने के बाद जम्मू कश्मीर के पहले दौरे पर आए हैं. सिन्हा ने कहा कि कश्मीरी शरणार्थी गंभीर समस्याओं का सामना करते हैं और उनके प्रशासन ने इन्हें हल करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है.
उन्होंने कहा कि हमें 6,000 शिकायतें मिलीं और उनमें से 2000 को हल कर लिया गया है तथा बाकी भी हल कर ली जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हिंसा भड़काने के लिए कश्मीर के लोगों की भावनाओं को उकसाने की नापाक कोशिशें कर रहे हैं.
उपराज्यपाल ने परेशानी खड़ी करने वाले लोगों को आगाह करते हुए कहा कि मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि उन्हें यह पता होना चाहिए कि दिल्ली में किसकी सरकार है और भारत का गृह मंत्री कौन है.
सरकार शांति बनाए रखने की उम्मीद में सौदेबाजी में यकीन नहीं रखती लेकिन वह जम्मू कश्मीर में जमीन पर शांति बनाए रखने को लेकर दृढ़ है. सिन्हा ने कहा कि सरकार शांति और यह सुनिश्चित करेगी कि जम्मू कश्मीर के लोगों की जिंदगी की रक्षा की जाए.
उन्होंने कहा कि हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि जिस तरीके से केंद्रीय गृह मंत्री ने सुरक्षा बैठक में हमें आश्वस्त किया है. मैं आपको पुन: आश्वस्त कर दूं कि इस केंद्र शासित प्रदेश के 1.25 करोड़ लोगों खासतौर से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करना हमारा प्रमुख कर्तव्य और जिम्मेदारी है.
उपराज्यपाल ने अकेले अक्टूबर में ही घाटी में 11 नागरिकों की हत्याओं का भी जिक्र किया है. मारे गए लोगों में पांच बिहार के मजदूर थे जबकि दो शिक्षकों समेत तीन लोग कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय के थे.
(पीटीआई-भाषा)