ग्वालियर. शहर में एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ करने वाले बस कंडेक्टर को पुलिस ने सबक सीखाते हुए अनोखी सजा दी. इससे आगे कोई ऐसा करने की जहमत भी न उठा सके. मामला शहर के घाटीगांव थाने का है. यहां छेड़छाड़ से तंग एक छात्रा ने पुलिस से शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जिसकी चर्चा पूरे शहर में हो रही है.
जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, शहर में महिलाओं और बच्चियों के प्रति बढ़ने वाले अपराध पर लगाम लगाने के लिए पब्लिक जगह पर बेटी की पेटी लगाई हुई है. इसके जरिए महिलाएं या छात्राएं अपनी शिकायत इस बेटी की पेटी में लिखित तौर पर डाल सकती हैं. इसी सिलसिले में आरोपी बस कंडेक्टर की रोजाना की हरकतों से परेशान एक छात्रा ने अपनी शिकायत एक पत्र के जरिए इस पेटी में डाली थी. इस पेटी को जब पुलिस ने खोला तो छात्रा का ये पत्र मिला.
छात्रा इससे पहले भी अधिकारियों से आरोपी की शिकायत कर चुकी थीं, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद उसने बेटी की पेटी में अपनी शिकायत दी. पत्र मिलने के बाद घाटीगांव के टीआई शैलेंद्र गुर्जर ने इसकी जानकारी एसडीओपी को दी. उसके बाद एसडीओपी और थाना प्रभारी ने एक्शन लेते हुए बस स्टैंड पहुंचकर आरोपी को धरदबोचा. आरोपी का नाम जयेंद्र रावत है. वह आए दिन छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करता था.
आरोपी के कानों पर बीन बजाकर थाने ले गए: जब आरोपी से पूछताछ की तो शुरुआत में वो मुकर गया. इधर बस स्टैंड पर मौजूद सपेरों को इसकी जानकारी लगी, तो उन्होंने कंडक्टर के कान पर बीन बजाना शुरु कर दिया और उसे थाने लेकर आए. आरोपी का सामना लड़की से कराया गया. इसके बाद उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी हाथ जोड़कर छात्राओं और पुलिस से माफी मांगने लगा. उसने आगे से ऐसी भूल न करने का वादा भी पुलिस के सामने किया.
एसडीओपी संतोष पटेल ने बताया- "छात्रों के साथ एक कंडक्टर छेड़छाड़ करता था. इसकी शिकायत मिली थी. आरोपी को पकड़ने के बाद वहां मौजूद सपेरों ने उसके कान पर बीन बजाते हुए थाने पर लेकर आए. आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. उसे सोमवार को जेल भेजा जाएगा."
क्या बोले सपेरे: जब सपेरों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि हम सांपो का जहर निकालकर, उसके सहारे ही पेट पालते हैं. इस कंडक्टर के मन में जो जहर भरा है, उसे बीन के सहारे निकालना ही हमारा उद्देश्य था. इस वजह से हम उसके कान में बीन बजाकर थाने लाए. अब इस पूरी घटना की चर्चा शहर भर में हो रही है.
क्या है बेटी की पेटी: बेटी की पेटी के सहारे ग्वालियर पुलिस ने महिलाओं और बच्ची की छेड़छाड़ की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अहम कदम उठाया है. इसी के जरिए महिलाएं और छात्राएं अपनी शिकायत बेटी की पेटी में डाल सकती हैं.