कांचीपुरम: तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर चिपगट औद्योगिक पार्क में काम करने वाले उत्तरी जिलों के मजदूरों ने श्रीपेरंबदूर और आसपास के इलाकों में किराए के मकान लिए हैं. पिछले महीने की 11 तारीख को वेंकडु क्षेत्र से घर जा रही एक युवती को अगवा करने वाले दो युवक खुद को पुलिसकर्मी बताकर दोपहिया वाहन पर बिठाकर ले गए. उन्हें पुलिस समझकर युवती उनके साथ चली गई. लेकिन जैसे ही वे श्रीपेरंबदूर से आगे बढ़ने लगते तो युवती को शक हो गया और वह चिल्लाने लगी.
फिर दोनों युवकों ने युवती को चाकू दिखाकर धमकाया और वडामंगलम जाने वाली सड़क पर एक सुनसान जगह पर ले गए जहां उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे वहीं छोड़ गए. पीड़िता ने पुलिस विभाग के नियंत्रणाधीन 'कवलन एप' में शिकायत दर्ज कराई है. मामले की जानकारी होने के बाद पुलिस ने पीड़ित युवती से पूछताछ की. वहीं युवती द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर उन्होंने सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर युवक की तलाश शुरू कर दी है.
उसके बाद अपराधियों की तलाश के लिए पुलिस अधीक्षक सुधाकर की अध्यक्षता में दो अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. तलाश के दौरान रविवार को तिरुवल्लुर जिले के प्रकाश (31) और तिरुवल्लुर जिले के कुम्मिदीपोंडी इलाके से नागु उर्फ नागराज (31) को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उन्हें जांच के लिए श्रीपेरंबदूर उप अधीक्षक कार्यालय ले जाया गया.
पुलिस अधीक्षक सुधाकर ने बताया कि कांचीपुरम के बगल के पलुशेट्टी इलाके में अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किये गये दोपहिया वाहन को बरामद करने का प्रयास किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि इसी दौरान आरोपी नागराज ने घटना में इस्तेमाल दोपहिया वाहन में छिपा कर रखी हुई बंदूक उठा ली और पुलिस पर गोली चलाने का प्रयास किया.
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इस दौरान दोनों आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस द्वारा चलाई गई गोली में एक आरोपी को गोली लगी और दूसरे आरोपी के पैर की हड्डी टूट गई. पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया और इलाज के लिए कांचीपुरम सरकारी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें आगे के इलाज के लिए चेन्नई के स्टेनली सरकारी अस्पताल ले जाया गया.