नई दिल्ली : अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट और बीके हरिप्रसाद सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता 31 अक्टूबर को गुजरात में पांच यात्राएं शुरू करने के लिए उतरेंगे. देश की सबसे पुरानी पार्टी चुनावी राज्य में बदलाव के संदेश को आगे बढ़ाएगी. 'परिवर्तन संकल्प' (Parivartan Sankalp yatra) यात्रा कारों में सात दिनों में लगभग 5,450 किमी की यात्रा करेगी और कुल 182 विधानसभा क्षेत्रों में से 168 को कवर करेगी.
नवंबर के पहले सप्ताह में चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है. उससे पहले बड़े पैमाने पर कांग्रेस जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसमें 168 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में सार्वजनिक रैलियां शामिल होंगी. इनमें देश भर के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धार्थ पटेल ने 'ईटीवी भारत' को बताया दिग्विजय सिंह 31 अक्टूबर को कच्छ से, बीके हरि प्रसाद सौराष्ट्र से, अशोक गहलोत वडगाम से, सचिन पायलट जंबूसर से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे. जबकि पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत फगवेल से यात्रा की शुरुआत करेंगे.
उन्होंने कहा, 'यह एक बड़ा आउटरीच कार्यक्रम है. हम पूरे राज्य को कवर करना चाहते हैं. हम अवैध शराब, परीक्षा के पेपर लीक, महंगाई और बेरोजगारी जैसी सत्तारूढ़ भाजपा की विफलताओं के साथ-साथ लोगों से किए गए वादों को उजागर करने जा रहे हैं.' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य के लिए एआईसीसी पर्यवेक्षक हैं. जबकि मुकुल वासनिक और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण जैसे अन्य लोग भी सप्ताह के दौरान यात्रा में शामिल होंगे.
गुजरात में 27 साल से विपक्ष में रही कांग्रेस 2022 के चुनाव को बदलाव के तौर पर पेश कर रही है. उसने हाल ही में घर-घर प्रचार अभियान में इस मुद्दे को रखा है. पार्टी मैनेजमेंट सप्ताह भर चलने वाली परिवर्तन संकल्प यात्रा के माध्यम से भी मतदाताओं के बीच संदेश देना चाहती है कि कांग्रेस उन्हें भाजपा के कथित कुशासन से 'मुक्त' करेगी.
गहलोत ने 29 अक्टूबर को राज्य के नेताओं के साथ यात्रा की समीक्षा की. वह 31 अक्टूबर को पश्चिमी राज्य में खराब कानून व्यवस्था की स्थिति और 8 अक्टूबर को पार्टी के आदिवासी विधायक अनंत पटेल पर हुए हिंसक हमले का भी मुद्दा उठा सकते हैं. यात्रा पार्टी को एकजुट प्रदर्शन करने और विपक्षी दलों की इस धारणा को दूर करने में मदद करेगी कि कांग्रेस प्रतियोगिता में कहीं नहीं है.
गुजरात के AICC प्रभारी रघु शर्मा ने कहा, 'राज्य में नई पार्टी आप है. यह धारणा बनाई जा रही है कि कांग्रेस कहीं मुकाबले में नहीं है लेकिन मेरा कहना है कि आप का कोई कैडर नहीं है. उनके पास केवल पेड वर्कर हैं ,वे यहां हमारे वोट काटने के लिए हैं जैसे उन्होंने गोवा और उत्तराखंड में किया था. हमने गुजरात के मतदाताओं से अपील की है कि 'आप' को यहां ऐसा न करने दें.'
कांग्रेस को उम्मीद थी कि हिमाचल प्रदेश के साथ गुजरात के लिए भी चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी. दोनों राज्यों के नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. अब कांग्रेस 2 नवंबर के आसपास चुनाव आयोग के औपचारिक बयान की उम्मीद कर रही है.
पटेल ने कहा, 'अधिसूचना प्रक्रिया 5 नवंबर तक पूरी की जानी है. हमें उम्मीद है कि राज्य में दो चरणों में चुनाव होंगे. पहला चरण नवंबर के अंत में और दूसरा दिसंबर के पहले सप्ताह में. हम लड़ाई के लिए तैयार हैं.'
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