नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ के खिलाफ पार्टी नेताओं के ‘सत्याग्रह’ किए जाने पर विपक्षी पार्टी को बुधवार को आड़े हाथों लिया और कहा कि ‘गांधी परिवार’ को जांच एजेंसियों का सामना करना चाहिए क्योंकि आम भारतीयों की तरह वे भी उनके प्रति जवाबदेह हैं.
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से चर्चा में ठाकुर ने सवाल उठाया कि आखिरकार कांग्रेस जांच से भाग क्यों रही है, जब उसके पास छुपाने को कुछ भी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘बड़ा सवाल यह है कि क्या एक परिवार कानून से ऊपर है? क्या गांधी परिवार के लिए अलग कानून होना चाहिए? गांधी परिवार भी आम भारतीयों की तरह एजेंसियों के प्रति जवाबदेह हैं. उन्हें जांच का सामना करना चाहिए.'
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किया जा रहा विरोध प्रदर्शन उसके डर को दिखाता है और यह परिवार और पार्टी को, घोटालों से बचाने तथा जनता और एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए किया जा रहा हैं. उन्होंने कहा, ‘क्या देश को यह मान लेना चाहिए कि वे भ्रष्टाचार भी करें और जांच एजेंसियों का सामना भी ना करें। यह साफ दिखाता है कि चोरी भी सीनाजोरी भी... भ्रष्टाचार भी और बवाल भी.'
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस इस देश के लोकतंत्र पर हमला करने में कभी पीछे नहीं हटी और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों पर भी हमला करती रही है तथा प्रश्नचिह्न खड़ा करती रही है. उन्होंने कहा, ‘ये तो अपनी ही सरकार के कार्यकाल में अध्यादेश को फाड़ते रहे हैं। इनके लिए नयी बात नहीं है क्योंकि एक परिवार खुद को देश के कानून और जांच एजेंसियों से ऊपर समझता है.'
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कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने पर ठाकुर ने उन्हें आड़े हाथों लिया और दावा किया कि उनके पास कोई काम नहीं बचा है.
उन्होंने कहा, ‘उनके राज्यों में हत्या और बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही हैं...वहां के लोगों के काम देखने की बजाय, कानून व्यवस्था को बचाने के बजाए, वे दिल्ली में आकर डेरा जमाए हैं.' ज्ञात हो कि ईडी ने बुधवार को तीसरी बार पूछताछ के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तलब किया है। इसके विरोध में कांग्रेस के नेता देश भर में ‘सत्याग्रह’ कर रहे हैं.