आगरा: एत्मादउद्दौला थाना पुलिस ने गोकशी के मामले में गुरुवार दोपहर अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी संजय जाट और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि आरोपितों ने यमुनापार के गौतम नगर में 30 मार्च को रामनवमी के दिन गोकशी की घटना करवाई थी. पुलिस ने जितेंद्र कुशवाहा की शिकायत पर एत्मादउद्दौला थाने में नकीम समेत चार आरोपियों के खिलाफ गोकशी का मुकदमा दर्ज किया था. इस मामले में मुकदमा दर्ज कराने वाले की साजिश सामने आई तो पुलिस ने आरोपियों पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया. पुलिस पर जबरन फंसाने का आरोप लगाया था.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि पुलिस ने सूचना पर मौके से गोकशी की घटना के स्थान से सैंपल लिए, उसकी जांच कराई. जितेंद्र कुशवाहा ने इस बारे में पांच लोगों को नामजद करके एफआईआर दर्ज कराई थी. इस मामले में पुलिस ने छानबीन की. पुलिस को अहम सीसीटीवी मिले. इससे एफआईआर दर्ज कराने वाले जितेंद्र कुशवाहा पर ही शक गहराया. पुलिस ने मुकदमे में नामजद किए गए आरोपियों की लोकेशन का सत्यापन किया. खुलासा हुआ कि जिन्होंने गोकशी की सूचना दी वे ही इसमें लिप्त थे. इन लोगों ने ही गोकशी कराई थी.
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि जेल गए लोगों ने ही खुलासा किया था कि जो इस मामले में वादी हैं, वो ही इसके पीछे हैं. ये लोग इस गोकशी की घटना की साजिश करते हैं. इस पर पुलिस ने बुधवार को अभियुक्त संजय सिंह उर्फ संजय जाट निवासी सदर बाजार, अभियुक्त जितेंद्र कुशवाहा निवासी एत्मादउद्दौला, अभियुक्त ब्रजेश भदौरिया निवासी देवरी रोड सदर बाजार, अभियुक्त सौरभ शर्मा निवासी जगदीशुरा को गिरफ्तार किया है.
रंजिशन दूसरे गुट को फंसाने में कराई थी गोकशी
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि गिरफ्तार चारों अभियुक्त ने गोकशी करवाई थी. इसमें जो नामजद किए गए थे. उनसे रंजिश थी इसलिए खुद गोकशी कराकर उन्हें फंसाने के लिए दूसरे लोगों से गोकशी करवाई थी. पुलिस ने इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई करके आरोपी गिरफ्तार किए हैं जो इस गोकशी की घटना के साजिश करने वाले गिरफ्तार हुए हैं. अभियुक्त संजय जाट के खिलाफ 15 मुकदमे दर्ज हैं. जितेंद्र कुशवाहा के खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज हैं. ब्रजेश भदौरिया के खिलाफ दो मुकदमे और सौरभ शर्मा के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज हैं. इसका आपराधिक इतिहास और खंगाला जा रहा है.
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