चंडीगढ़: पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति के कथित मामले में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बुधवार को पूछताछ के लिए समन भेजा है. आधिकारिक सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी. सूत्रों की माने तो उन्हें मोहाली के ब्यूरो कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है. चन्नी के लिए यह पहला मौका है जब किसी आरोप की जांच के लिए उनसे पूछताछ की जाएगी. सतर्कता ब्यूरो चन्नी के कथित आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के आरोपों की जांच करेगी.
जांच एजेंसी की ओर से पिछले महीने चन्नी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था. पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने आप सरकार पर जालंधर लोकसभा उपचुनाव में 'अपमानजनक हार' के बाद 'अपना आखिरी हथियार, सतर्कता ब्यूरो' का सहारा लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इस जांच से उन्हें (चन्नी को) कुछ होने वाला नहीं है. इससे वह और मजबूत होंगे. चन्नी ने जांच से कहीं बड़ा खतरा देखा है.
वारिंग ने एक ट्वीट में कहा, 'जालंधर उपचुनाव में निश्चित और अपमानजनक हार का सामना कर रही आप पंजाब ने अपने आखिरी हथियार विजिलेंस ब्यूरो का सहारा लिया है. चरनजीत चन्नी ने जांच से बड़े खतरों का सामना किया है और मुझे यकीन है कि वह और मजबूत होकर सामने आएंगे.' बाद में एक बयान में, वारिंग ने आरोप लगाया कि आप सरकार दलित विरोधी है और दलित नेताओं को निशाना बनाने और उन्हें परेशान करने के लिए डिजाइन पर काम करती है.
वारिंग ने आरोप लगाया, 'चाहे वह साधु सिंह धर्मसोत हों, और अब चरणजीत सिंह चन्नी, इस शासन के पास उनके खिलाफ दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है और आप को वोट नहीं देने वाली दलित आबादी को दंडित करने के लिए सिर्फ अपने अहंकार को संतुष्ट कर रहे हैं.' जालंधर संसदीय सीट के लिए मतदान 10 मई को होगा जबकि मतगणना 13 मई को होगी. यहां से कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी का जनवरी में निधन हो गया था. उनके देहांत के बाद से यह संसदीय क्षेत्र रिक्त है. जालंधर के फिल्लौर में पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कार्डियक अरेस्ट होने से उनकी मौत हुई थी.
(पीटीआई )