मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में एक मॉल के पहले फ्लोर पर आग लग गई. पुलिस के अधिकारी ने बताया कि मॉल के अंदर एक अस्पताल बना हुआ है. अस्पताल से 76 मरीजों को दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज भी शामिल हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे घटनास्थल का दौरा किया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर इसमें किसी की अनदेखी होगी तो कार्रवाई जरूर होगी. जिनकी मौत हुई है उनके परिवारों से मैं क्षमा मांगता हूं. फायर ब्रिगेड ने अच्छा काम किया है. कुछ लोग जो वेंटिलेटर पर थे उन्हें हम नहीं बचा पाए. अस्पताल के नीचे जो ऑफिस या दुकान थी वहां आग लगी और फैल गई.
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल इमारत में सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई.
अधिकारी ने बताया कि यह अस्पताल चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित है और जब आग लगी तो उस समय 76 मरीज मौजूद थे जिनमें से ज्यादातर कोविड-19 का इलाज करा रहे थे.
मुंबई में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच यह घटना हुई है. शहर में बृहस्पतिवार को संक्रमण के 5,504 नए मामले सामने आए जो इस महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में सर्वाधिक मामले हैं.
बीएमसी नियंत्रण कक्ष के सूत्रों ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है.
अधिकारी ने बताया कि दमकल की 20 गाड़ियां, पानी के 15 टैंकर और एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया. आग पर काबू पाने की कोशिश चल रही है.
उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों ने 70 मरीजों को बाहर निकाल लिया और उन्हें एक अन्य अस्पताल में भेजा गया है. दमकलकर्मी इसकी जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई मरीज अब भी अस्पताल में तो फंसा नहीं है.
मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर घटनास्थल पर पहुंचीं और उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मॉल के अंदर अस्पताल है.
उन्होंने कहा, मैंने पहली बार किसी मॉल के अंदर अस्पताल देखा है. उन्होंने कहा कि अगर यहां अस्पताल चलाने में किसी तरह की अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी.
अस्पताल ने एक बयान में कहा, ड्रीम्स मॉल, भांडुप की पहली मंजिल पर आग लगी और धुआं सबसे ऊपरी मंजिल पर बने सनराइज अस्पताल तक पहुंच गया. जब आग लगने का अलार्म बजा तो सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया क्योंकि धुआं अस्पताल तक पहुंच रहा था.
इसमें कहा गया है, दो शवों को भी बाहर निकाला गया. अन्य मरीजों को नजदीक के कोविड-19 केंद्र और निजी अस्पतालों में भेजा गया.
बयान में कहा गया है कि महामारी की असाधारण परिस्थितियों में पिछले साल यह अस्पताल शुरू हुआ और इसने कई जिंदगियां बचाने में मदद की. यह अस्पताल दमकल विभाग से मिले लाइसेंस, नर्सिंग होम लाइसेंस समेत सभी अन्य नियमों का पालन करते हुए चल रहा है.
नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था. राकांपा के पूर्व सांसद संजय दीना पाटिल ने कहा कि उन्होंने भी बीएमसी आयुक्त को पिछले साल पत्र लिखकर वहां अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की ओर ध्यान दिलाया था.
उन्होंने बताया कि आग रात 12:30 बजे के आस-पास लगी. आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है. यह लेवल-3 या 4 की आग थी. घटना में 10 लोगों के मारे जाने की खबर है. घटनास्थल पर दमकल की 23 गाड़ियां मौजूद हैं.