बेलगाम : कर्नाटक सीडी मामले में पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक रमेश जरकिहोली के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया गया है. वहीं, युवती को मामले की जांच के लिए उपस्थित होने का दूसरी बार नोटिस जारी किया गया.
कंग्रेस का विरोध प्रदर्शन
सीडी मामले में कथित रूप से लिप्त पूर्व मंत्री के खिलाफ युवा कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया. रमेश जरकिहोली पर युवती का यौन शोषण करने का आरोप लगा है. इसके साथ ही कांग्रेस ने सरकार से उनकी तुरंत गिरफ्तारी की मांग की.
युवा कांग्रेस नेता मिथुन राय ने कहा कि राज्य में आगामी उप-चुनावों की पृष्ठभूमि में यह प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़ित परिवार द्वारा आयोजित किया गया संवाददाता सम्मेलन एसआईटी द्वारा प्रायोजित था.
राय ने कहा कि पीड़िता का बयान उसके परिवार की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है और यह कि आरोपी जरकीहोली सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाय, एसआईटी अधिकारी मामले को पलटने की योजना बना रहे हैं.
राय ने कहा कि पीड़ित परिवार ने एसआईटी के कहने पर बयान जारी किए हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि जब तक मामले में जरकीहोली को गिरफ्तार नहीं किया जाता, कांग्रेस अपनी लड़ाई जारी रखेगी.
भड़के सिद्धारमैया
कर्नाटक की भाजपा सरकार पर लगातार हमले कर रहे नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने पूरे देश के सामने राज्य की प्रतिष्ठा धूमिल की. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा कि यह बेहद 'शर्मनाक' है कि पुलिस पिछले 20 दिनों में भी कथित सेक्स स्कैंडल की सीडी में नजर आई पीड़ित महिला को तलाश नहीं कर सकी.
सिद्धरमैया ने कहा कि सीडी मामले में रोजाना हो रहे नए खुलासों से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसका तार्किक निष्कर्ष तभी निकल सकता है, जब पीड़िता पुलिस के पास पहुंचे और अपना बयान दर्ज कराए.
उन्होंने कहा कि पीड़िता लगातार अपने वीडियो बयान मीडिया को जारी कर रही है, अपने माता-पिता और वकील से संपर्क कर रही है, लेकिन पुलिस उसका पता लगाने में असमर्थ है.
सिद्धरमैया ने सवाल किया, इसका क्या अर्थ है? क्या पुलिस भाजपा सरकार के इशारे पर कार्य कर रही है?
डीके शिवकुमार का बयान
इस मामले पर डीके शिवकुमार ने कहा कि इस मामले को बंद करने के सारे प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन कानून अपना काम करेगा. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा, (मामले को बंद करने के) सारे प्रयास किये जा रहे हैं. वे लोगों को सामने लाकर बयान दिलवा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार जो भी चाहे, कर ले, लेकिन मैं पुलिस को बस इतना कहना चाहता हूं कि उसे अपने आत्मसम्मान की रक्षा करनी चाहिए (जांच निष्पक्ष ढंग से करनी चाहिए).
शिवकुमार ने संवाददाताओं से बाचतीत में आरोप लगाया कि इस मामले को बंद करने की कोशिश चल रही है, उसे करने दीजिए.
उन्होंने कहा कि जांच होने दी जाए
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वह चाहते हैं कि शनिवार के घटनाक्रम के बाद पीड़िता सामने आकर एसआईटी के सामने बयान दर्ज करवाए, तब उन्होंने बस इतना कहा कि वह फिलहाल इस विषय पर कुछ कहना नहीं चाहते, वह राज्य में आगामी उपचुनाव पर ध्यान लगाना चाहते हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मानहानि का मुकदमा दर्ज करने की संभावना से भी इनकार किया.
इस मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पीड़िता के माता-पिता द्वारा दिये गये बयान के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्होंने उनके विरूद्ध शिकायत की, जिसके बाद उसने (पीड़िता ने) भी मीडिया को बयान दिया.
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई का स्पष्टीकरण
राज्य के गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने स्पष्ट किया कि इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों के विरोध प्रदर्शन से जांच की प्रक्रिया प्रभावित नहीं होगी. हमारी पुलिस सही दिशा में जांच कर रही है. शनिवार को युवती के परिवार से एसआईटी ने पूछताछ की है. उन्होंने बताया कि युवती को पांच नोटिस भेजे जा चुके हैं.
गौरतलब है कि मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम युवती के परिवार को लेकर बेंगलुरु से बेलगाम जिले पहुंची. उन्हें कड़ी सुरक्षा के घेरे में बक्साइट रोड स्थित एपीएमसी थाने में पूछताछ के लिए लाया गया.
एसीपी परमेश्वर के नेतृत्व वाली 16 सदस्यीय एसआईटी टीम थाने पहुंचकर परिजनों से पूछताछ की. इसके बाद वे बेंगलुरू के लिए रवाना हो गए. इसके बाद एक घंटे तक एपीएमसी थाने के सीपीआई दिलीप कुमार ने पड़ताल की. इसके बाद परिजनों को बेलगाम के एक घर में ठहराया गया है. एक एएसआई और तीन पुलिसकर्मियों को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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युवती के पिता ने मामले से संबंधित पूछे गये सवाल पर कहा कि उन्हें जो कहना था, मीडिया को वह पहले ही कह चुके हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने वीडियो देखी है. वह अब बेलगाम में हैं और आने वाले दिनों में वह निश्चित रूप से मीडिया के सामने आकर सभी तथ्य सामने रखेंगे.
वहीं, विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के चलते पूर्व मंत्री के घर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के आवास व ऑफिस में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किए गए हैं.