भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में करेड़ा पंचायत मुख्यालय पर रास्ता अवरुद्ध होने के कारण एक महिला के शव को मोक्षधाम ले जाने के लिए, परिजनों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा. अंतिम यात्रा में शामिल लोगों ने महिला के शव को बीच रास्ते में रखकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मोक्षधाम के रास्ते से अतिक्रमण हटवाया.
करेड़ा एसडीएम नारायण लाल जीनगर ने बताया कि मोक्षधाम के रास्ते अतिक्रमण की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे और अंतिम यात्रा में शामिल लोगों से समझाइश की. मौके पर जेसीबी मशीन बुलाकर रास्ते से अवरोध हटाया गया, जिसके बाद महिला की अंतिम यात्रा मोक्षधाम की ओर प्रस्थान कर गई. साथ ही जिन्होंने रास्ते में अतिक्रमण किया है उन्हें भी पाबंद किया गया है.
अतिक्रमण और पानी के कारण रास्ता अवरुद्ध : अंतिम यात्रा में शामिल होने आए बुजुर्ग बाबूलाल ने कहा कि आज करेड़ा कस्बे में एक महिला की मृत्यु हो गई. सभी ग्रामवासी और परिजन महिला के शव को मोक्षधाम की ओर लेकर जा रहे थे, लेकिन मोक्षधाम के रास्ते में अतिक्रमण और पानी भरा होने के कारण रास्ता अवरुद्ध था. इसके कारण हमने शव को बीच रास्ते में रखकर प्रशासन को रास्ता सुचारू करने की मांग की थी. सूचना मिलते ही करेड़ा उपखंड अधिकारी नारायण लाल जीनगर, तहसीलदार रमेश चंद्र मीणा और थानाधिकारी ओमप्रकाश भी मौके पर पहुंचे थे.
ग्रामीण कई बार प्रशासन को दे चुके ज्ञापन : अंतिम यात्रा में शामिल ग्रामीणों का आरोप है कि मोक्षधाम के रास्ते पर अतिक्रमण होने को लेकर पूर्व में प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया था, लेकिन उन्होंने रास्ता से अतिक्रमण हटाना मुनासिब नहीं समझा. इस कारण आज हमे अंतिम यात्रा में शव रखकर घंटों इंतजार करना पड़ा.