नई दिल्ली : फेसबुक ने दावा किया है कि उसने कथित तौर पर कोविड महामारी की भयावता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस्तीफे की मांग वाले पोस्ट को गलती से ब्लॉक कर दिया था. फेसबुक कंपनी ने कहा है कि ये हैशटैग गलती से ब्लॉक हो गया था.
बजफीड न्यूज ने सबसे पहले बताया कि फेसबुक ने हैशटैग या टेक्स्ट हैशटैग रिजाइन मोदी वाली पोस्ट को अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया, क्योंकि 'उन पोस्ट में कुछ कंटेंट हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्डस के खिलाफ थे.'
हैशटैग देखने की कोशिश करने वाले फेसबुक उपयोगकतार्ओं ने एक संदेश देखा जिसमें कहा गया था कि समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए फेसबुक अस्थायी रूप से पोस्ट को छिपा रहा है.
बुधवार देर रात द वर्ज को दिए गए एक बयान में, फेसबुक ने कहा कि उसने अब पोस्ट को बहाल कर दिया है और हैशटैग को 'गलती से' ब्लॉक कर दिया था.
कंपनी ने कहा कि भारत सरकार ने हैशटैग हटाने के लिए नहीं कहा.
फेसबुक ने यह भी कहा कि ब्लॉक हैशटैग का उपयोग करने वाले कुछ कंटेंट का परिणाम था, 'लेकिन यह निर्दिष्ट नहीं करता था कि किस तरह का कंटेंट हैं.'
इस हफ्ते की शुरुआत में, ट्विटर ने भारत सरकार के इशारे पर कम से कम 50 ट्वीट्स हटाए, जिसमें चल रहे कोविड-19 महामारी के खराब संचालन के लिए सरकार की आलोचना की गई थी.
लुमेन डेटाबेस पर उपलब्ध डेटा से पता चला है कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने 50 से अधिक ट्वीट्स को हटा दिया, जो तेलंगाना के सांसद रेवंत रेड्डी जैसे लोगों के थे. इनके अलावा एक पश्चिम बंगाल राज्य मंत्री मोलॉय घटक, दो फिल्म निमार्ता और एक अन्य अभिनेता शामिल हैं.
एक ट्विटर प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि जब इसे वैध कानूनी अनुरोध प्राप्त होता है, तो यह ट्विटर नियम और स्थानीय कानून दोनों के तहत इसकी समीक्षा करता है.
कंपनी ने कहा, 'यदि कंटेंट ट्विटर के नियमों का उल्लंघन करता है, तो कंटेंट को हटा दिया जाएगा. सभी मामलों में हम खाताधारक को सीधे सूचित करते हैं, ताकि वे जान सकें कि हमें खाते से संबंधित एक कानूनी आदेश प्राप्त हुआ है.'
फरवरी में, ट्विटर ने 500 से अधिक खातों को हटाने का आदेश देने के बाद कुछ ट्विटर खातों के खिलाफ कार्रवाई की थी.
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