श्रीनगर: उद्यमी और राजनीतिक कार्यकर्ता संदीप मावा ने यहां प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के कार्यालय के दरवाजे पर मंगलवार को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाया. इस घटना की जानकारी अधिकारियों ने मंगलवार को जानकारी दी. आतंकवादियों के निशाने पर रहे मावा ने अपने कुछ समर्थकों के साथ श्रीनगर के बोहरी कदल इलाके में जेकेएलएफ दफ्तर के मुख्य दरवाजे पर तिरंगा लगाया.
जेकेएलएफ के दफ्तर पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किये जाने के बाद से लगभग बंद ही हैं. मावा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 1960 के दशक से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहे जेकेएलएफ को हमने मुंहतोड़ जवाब दिया है, जिसकी अगुवाई मकबूल भट्ट, यासीन मलिक और बिट्टा कराटे जैसे लोगों ने की है. उन्होंने कहा कि यह एक भारतीय संस्था है, जिसका इस्तेमाल किसी भी चीज के लिए किया जा सकता है लेकिन हम राष्ट्र-विरोधी गतिविधियां नहीं होने देंगे.
मावा ने कहा कि कश्मीरी मुस्लिम और कश्मीरी पंडित मिलकर एक नया जम्मू कश्मीर बनाएंगे, जहां शांति के मार्ग पर विकास और प्रगति ही होगी. मावा ने पिछले साल तीन अगस्त को राजबाग इलाके में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दफ्तर के बाहर दो राष्ट्रीय ध्वज लगाये थे. कर्नाटक कांग्रेस का अन्न भाग्य योजना के मुद्दे पर केंद्र के खिलाफ विरोध करने का फैसला लिया गया है. इससे पहले मावा ने पिछले साल तीन अगस्त को श्रीनगर के राजबाग इलाके में हुर्रियत कांफ्रेंस के दफ्तर के गेट पर दो राष्ट्रीय झंडे गाड़े थे.
2021 में मावा के सेल्समैन की पिछले साल श्रीनगर में आतंकियों ने हत्या कर दी थी. उसने तब दावा किया था कि वह हमले से बच गया क्योंकि वह एक पूर्व खुफिया इनपुट के कारण अपनी दुकान से जल्दी निकल गया था.
(इनपुट एजेंसी)