श्रीनगर : सेना की अग्निवीर भर्ती रैली को निशाना बनाने की साजिश रच रहे जैश ए मोहम्मद के दो स्थानीय आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में हुई एक मुठभेड़ में मार गिराया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
बारामूला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रईस भट ने संवाददाताओं से कहा कि खुफिया एजेंसियों से आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना मिली थी जिसके बाद सुरक्षाबलों ने शुक्रवार सुबह पट्टन के येदिपोरा इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान चलाया. एसएसपी ने कहा, 'तलाशी के दौरान, आतंकवादियों ने गोली चलाना शुरू कर दिया और मुठभेड़ आरंभ हो गई. अभियान लंबा चला और सुबह तक दो आतंकवादियों को मार गिराया गया.'
भट ने कहा कि आतंकवादी सेना की अग्निवीर भर्ती रैली को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे जिसका गुरुवार को पट्टन के हैदरबेग में समापन हुआ. उन्होंने कहा, 'सूचना मिली थी कि वे (आतंकवादी) यहां सेना की अग्निवीर रैली को निशाना बनाने के लिए आए थे और मुख्यधारा से जुड़ने की इच्छा रखने वाले युवाओं को बहकाने तथा रैली को असफल करने की साजिश रच रहे थे. लेकिन हमने उनकी साजिश विफल कर दी.'
हथियार बरामद : उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से एक एकेएस-74यू राइफल, तीन मैगजीन, एक पिस्तौल, पिस्तौल की एक मैगजीन और दो गोलियां बरामद की हैं. भट ने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान की जा रही है. हालांकि, कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) विजय कुमार ने कहा कि मारे गए आतंकवादी जैश ए मोहम्मद आतंकी संगठन के थे. उन्होंने ट्वीट किया, 'एक और आतंकवादी मारा गया (कुल दो मारे जा चुके हैं) ये दोनों आतंकवादी जैश से नाता रखते थे. तलाश अभियान अब भी जारी है...'
गौरतलब है कि इससे पहले मंगलवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ भारतीय सेना के एक ऑपरेशन में कुलगाम जिले के अवहोटू गांव में दो आतंकवादी मारे गए थे. मुठभेड़ स्थल की तलाशी में दो एके सीरीज राइफलें, ग्रेनेड और अन्य जंगी सामान बरामद किए गए थे. पुलिस ने मारे गए आतंकियों की पहचान कुलगाम के टाकिया निवासी मोहम्मद शफी गनी और मोहम्मद आसिफ वानी के रूप में की थी. दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे.
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