मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वित्तीय सेवा कंपनी आईएल एंड एफएस में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े एक धनशोधन मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष और विधायक जयंत पाटिल से पूछताछ के लिए उन्हें नया समन जारी किया है. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को जानकारी दी. इस्लामपुर से विधायक पाटिल (61) को इससे पहले 12 मई को पेश होने के लिए समन भेजा गया था, लेकिन उन्होंने कुछ निजी और आधिकारिक व्यस्तता का हवाला देते हुए पूछताछ करीब 10 दिन के लिए टालने का अनुरोध किया था.
सूत्रों ने कहा कि राकांपा नेता को अब 22 मई को पेश होने के लिए कहा गया है. महाराष्ट्र के पूर्व गृह और वित्त मंत्री पाटिल ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा था कि उनका आईएल एंड एफएस के साथ कोई संबंध नहीं रहा जिसे अब दिवालिया घोषित किया जा चुका है. ईडी पाटिल से जुड़ी कुछ संस्थाओं को आरोपी कंपनी द्वारा कुछ ‘कमीशन’ के कथित भुगतान की जांच कर रही है. समझा जाता है कि राकांपा नेता से इन लेनदेन के बारे में पूछताछ हो सकती है.
कर्नाटक चुनाव परिणाम उत्साहवर्धक; 2024 में भाजपा को संयुक्त रूप से चुनौती देंगे :जयंत पाटिल
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने रविवार को कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के लिए उत्साहवर्धक है, जो छोटे दलों को साथ लेगा और केंद्र में सत्तारूढ़ दल को 2024 के लोकसभा चुनाव में संयुक्त रूप से चुनौती देगा. राकांपा प्रमुख शरद पवार के यहां स्थित आवास 'सिल्वर ओक' पर एमवीए की बैठक में शामिल होने के बाद पाटिल ने संवाददाताओं से कहा कि गठबंधन (एमवीए) लोकसभा चुनाव और अगले साल के उत्तरार्ध में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे का एक 'फार्मूला' तैयार करेगा.
एमवीए में शिवसेना(यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं. शिवसेना (यूबीटी) के उद्धव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले सहित एमवीए के अन्य नेता बैठक में शामिल हुए. पाटिल ने कहा, 'कर्नाटक की तरह, मैं आश्वस्त हूं कि एमवीए महाराष्ट्र में भी लोगों का विश्वास जीतेगा और कहीं अधिक मजबूती के साथ काम करेगा.' उन्होंने कहा कि एमवीए नेताओं ने अन्य छोटे दलों के साथ बातचीत करने का फैसला किया है और वे 2024 में मौजूदा शासन को एक कड़ी टक्कर देने की उम्मीद कर रहे हैं.
पाटिल ने कहा, 'एमवीए के तीनों घटक दल बैठक करेंगे और लोकसभा तथा महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले सीट बंटवारे का एक फार्मूला तैयार करेंगे. हम क्रमिक रूप से और धीरे-धीरे शुरूआत कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि एमवीए की ‘वज्रमूठ’ नाम से होने वाली जनसभाएं फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं, लेकिन तापमान में कमी आने के बाद ये फिर से आयोजित की जाएंगी. पाटिल ने कहा कि ये जनसभाएं जून में की जा सकती हैं और यदि बारिश का मौसम पहले शुरू हो गया तो हम इसे बंद आयोजन स्थलों के अंदर करेंगे.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे शनिवार को घोषित किये गये. राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में, कांग्रेस ने 135, भाजपा ने 66 और जद(एस) ने 19 सीट पर जीत दर्ज की.
पीटीआई-भाषा