हैदराबाद: तेलंगाना के कई मेडिकल कॉलेजों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तलाशी दूसरे दिन भी जारी है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का मानना है कि निजी मेडिकल कॉलेजों में पीजी सीटों को ब्लॉक किया जाता है और ऊंचे दामों पर बेचा जाता है. दूसरे दिन ईडी के अधिकारी राज्य के हैदराबाद, करीमनगर, महबूबनगर, संगारेड्डी और मेडचल जिलों के मेडिकल कॉलेजों में छानबीन कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद के कामिनेनी मेडिकल कॉलेज में ईडी की तलाशी पूरी हो गई है.
ईडी की टीमों ने बुधवार को राज्य भर के 9 निजी मेडिकल कॉलेजों के संबंध में 16 क्षेत्रों में एक साथ तलाशी शुरू की थी. कई वाहनों में सुबह-सुबह ईडी कार्यालय से निकली टीमों ने कार्यालयों और घरों के साथ-साथ हैदराबाद, करीमनगर, महबूबनगर, संगारेड्डी, खम्मम, रंगारेड्डी, नलगोंडा और अन्य क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेजों में व्यापक तलाशी ली. इस दौरान ईडी की टीमों की सुरक्षा सीआरपीएफ और आरएएफ बलों ने संभाली. ईडी की टीमों ने प्रमुख प्रतिनिधियों को कॉलेजों से बाहर जाने से रोक दिया और सुबह से रात तक तलाशी जारी रखी.
आरोप है कि राज्य के कुछ निजी मेडिकल कॉलेजों ने कुछ प्रतिभाशाली छात्रों और दलालों के साथ मिलकर चुनिंदा कॉलेजों में पीजी सीटें ब्लॉक करन की साजिश रची. उदारहण के लिए किसी ऐसे छात्र के माध्यम से जिसका दाखिला पहले ही किसी अन्य कॉजेल में पीजी में हो चुका होता है लेकिन वह दूसरे कॉलेज में भी आवेदन करता है. उसकी प्रतिभा के कारण दूसरे कॉलेज में भी उसे सीट मिल जाती है लेकिन वह अंतिम समय तक वह उसके दाखिला नहीं लेने के कारण वह सीट मैनेटमेंट कोटे में चली जाती है.
अब यहां से शुरू होता है कॉलेज प्रशासन और दलालों का खेल. दलाल दूसरे इच्छुक छात्रों से संपर्क करते हैं और पीजी सीट के बदले में उनसे मोटी रकम वसूलते हैं. इसी प्रकार तेलंगाना में भी कुछ निजी कॉलेजों पर बड़ी रकम लेकर सीटें बेचने का आरोप लगा है. विश्वविद्यालय अधिकारियों की आंतरिक जांच से पता चला कि पिछले साल 45 सीटों को डायवर्ट किया गया था. परिणामस्वरूप, कलोजी विश्वविद्यालय ने उन छात्रों से स्पष्टीकरण मांगा है, जिन्होंने उन सीटों को ब्लॉक किया है.
छात्रों से स्पष्टीकरण मिलने के बाद विश्वविद्यालय अधिकारी हैरान रह गए, क्योंकि सात छात्रों ने बताया कि उन्होंने मूल रूप से आवेदन नहीं किया था और सीटें ब्लॉक की थीं. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब वारंगल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई कि बड़े पैमाने पर धन उगाही हुई है. पुलिस की लगातार जांच के बाद अब ईडी भी मामले की जांच शुरू कर दी है.