सॉल्टलेक : प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने गुरुवार रात पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रियो मल्लिक को उनके आवास पर कड़ी तलाशी के बाद गिरफ्तार कर लिया. यह छापेमारी कथित करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में हुई थी. ईडी ने केंद्रीय बलों की एक टीम के सहयोग से कोलकाता के साल्ट लेक इलाके में राज्य के वन मंत्री मल्लिक से संबंधित दो घरों पर छापा मारा. वहीं मलिक को ईडी की 11 दिन की हिरासत में भेज दिया गया.
मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक शुक्रवार शाम को न्यायाधीश द्वारा 11 दिन की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत का आदेश दिए जाने के बाद वह बेहोश हो गए. इस पर उन्हें तुरंत चिकित्सा के लिए न्यायाधीश के कक्ष में ले जाया गया और एम्बुलेंस बुलाई गई. हालांकि सुनवाई के दौरान वह खड़े रहे, लेकिन आदेश सुनने के बाद अचानक चक्कर आ गया और थोड़ी देर बाद मंत्री ने भी उल्टी कर दी. ईडी के अधिकारियों और न्यायाधीश तनुमोय करमाकर ने भी मंत्री से संपर्क किया.
इससे पहले जांच एजेंसी ने मध्य कोलकाता के एमहर्स्ट स्ट्रीट स्थित उनके पैतृक घर की भी तलाशी ली. इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार दोपहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मल्लिक अस्वस्थ हैं, और धमकी दी कि अगर उनके आवासों पर तलाशी के दौरान मंत्री को कुछ भी हुआ तो वह भाजपा और ईडी के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करेंगी.
बनर्जी ने विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी की छापेमारी को भी भाजपा का 'गंदा राजनीतिक खेल' करार दिया. यह घोटाला सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में कथित अनियमितताओं और सीओवीआईडी-19 प्रेरित लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न वितरण से संबंधित है.
ईडी के छापों से ममता बनर्जी नाराज : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को 'गंदा राजनैतिक खेल' करार दिया. ममता बनर्जी ने केंद्र की बीजेपी सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहती हूं कि क्या किसी बीजेपी नेता के घर पर एक भी ईडी का छापा पड़ा है? क्या किसी बीजेपी डकैत के घर पर एक भी ईडी का छापा पड़ा है? क्या किसी बीजेपी मंत्री के घर पर एक भी ईडी का छापा पड़ा है? क्या किसी बीजेपी चोर के घर पर एक भी ईडी का छापा पड़ा है?
उन्होंने कहा कि बीजेपी नोटबंदी और जीएसटी लागू करने सहित कई गलत फैसले लेकर देश के इतिहास को बदलने की कोशिश कर रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी के मंत्री विदेश जाते हैं, तो वे दिखाते हैं कि वे सभी से प्यार करते हैं. बीजेपी कहती है कि वो 'सबका साथ, सबका विकास' चाहती है. लेकिन वास्तव में इसका मतलब 'सबका साथ, सबका सत्यानाश' है.
ममता बनर्जी का बयान ईडी के छापों को लेकर था, जो करोड़ों रुपये के कथित राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में टीएमसी मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक और दूसरे नेताओं के घरों पर मारा गया था. ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे नेता की तबीयत बहुत खराब है. मर जाएगा तो हमको बीजेपी के खिलाफ में एफआईआर करना पड़ेगा, ईडी के खिलाफ भी करना पड़ेगा. क्या अत्याचार चल रहा है. पॉलिटिकल लड़ाई लेकर हमारा कोई ऐतराज नहीं है. हमारा कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन पैथोलॉजिकल लायर मत बनो.
बीजेपी ने कहा, गहराई तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है टीएससी : उधर बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने दावा किया कि टीएमसी गहराई तक भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. उसके कई नेता भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं. राहुल सिन्हा ने कहा कि बीजेपी तो ईडी को नियुक्त नहीं किया. ईडी को नियुक्त किया, कलकत्ता हाई कोर्ट ने. हाई कोर्ट का आदेश पर ये छानबीन हो रहा है. इंवेस्टिगेशन हो रहा है. इसलिए कुछ, जो भी है, पूरा हाई कोर्ट का जिम्मेदारी में हो रहा है. इसलिए बेमतलब बीजेपी को गाली देके विषय को पॉलिटिकलाइज करने का जो साजिश ममता बनर्जी कर रहा है, हम उसका निंदा करते हैं.
बता दें कि गुरुवार को ईडी अधिकारियों ने राज्य में अलग-अलग जगहों पर तलाशी ली है. इनमें खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रथिन घोष और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम का घर भी शामिल है.