जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह को मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद लाल सिंह की पत्नी ने ईडी पर उनके पति को झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया. वहीं, लाल सिंह के समर्थकों ने गिरफ्तारी के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व मंत्री से पिछले सप्ताह 3 दिनों से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी. उनसे पूछताछ उनकी पत्नी एवं पूर्व विधायक कांता अंदोत्रा द्वारा संचालित एक शैक्षिक ट्रस्ट के खिलाफ मामले में की गई थी.
सिंह की पत्नी अंदोत्रा के नेतृत्व में उनके सैकड़ों समर्थक एजेंसी कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने दावा किया कि उन्हें भाजपा के इशारे पर परेशान किया जा रहा है. डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह से ईडी के अधिकारियों ने शनिवार, सोमवार और मंगलवार को पूछताछ की थी. पिछले महीने प्रवर्तन निदेशालय ने ट्रस्ट की स्थापना के लिए भूमि खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में अंदोत्रा के शैक्षणिक ट्रस्ट और एक पूर्व सरकारी अधिकारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत जम्मू और उसके आसपास के इलाकों में तलाशी ली थी.
संघीय एजेंसी ने आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट, इसके अध्यक्ष और पूर्व राजस्व अधिकारी रविंदर एस के खिलाफ मामले में 17 अक्टूबर को जम्मू, कठुआ और पंजाब के पठानकोट में लगभग आठ परिसरों पर छापेमारी की थी. मनी लॉन्ड्रिंग का मामला इस मामले में सीबीआई द्वारा दायर अक्टूबर 2021 के आरोप पत्र के संबंध में है. इसमें भूमि जारी करने में आपराधिक मिलीभगत का आरोप लगाया गया था.
कनाल जम्मू और कश्मीर कृषि सुधार अधिनियम, 1976 की धारा 14 के तहत केस किया गया, जिससे ट्रस्ट को अनुचित आर्थिक लाभ मिला. इसके आधार पर ट्रस्ट ने 5 जनवरी और 7 जनवरी, 2011 को निष्पादित तीन उपहार कार्यों के माध्यम से लगभग 329 कनाल भूमि के कई टुकड़े हासिल किए, जैसा कि सीबीआई के आरोप पत्र में दावा किया गया है. सिंह के समर्थकों ने पूरे दिन ईडी कार्यालय के बाहर धरना दिया और उनके समर्थन और भाजपा के खिलाफ नारे लगाए.