नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में फंसे मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को डोमिनिकन सरकार से बड़ी राहत मिली है. डोमिनिका सरकार ने भगोड़े हीरा कारोबारी के खिलाफ अवैध प्रवेश मामले में कानूनी कार्यवाही को वापस लेने/बंद करने का फैसला किया है. पुलिस ने चोकसी पर अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप लगाया गया था. डोमिनिका के अभियोजन ने उसके खिलाफ अवैध प्रवेश मामले में कानूनी कार्यवाही को बंद करने का फैसला किया है.
डोमिनिकन सरकार ने वापस लिए सभी आरोप: चोकसी को खुशी है कि आज डोमिनिकन सरकार ने मई 2021 में उनके खिलाफ गैरकानूनी प्रवेश के सभी आरोपों को हटा दिया है. ऐसा करने से अब वे मानते हैं कि उनके खिलाफ कभी कोई मामला नहीं था. चोकसी को उनकी इच्छा के खिलाफ एंटीगुआ से जबरन हटा दिया गया था. भारतीय की तरह दिखने वाले पुलिसकर्मियों द्वारा उसका अपहरण कर लिया गया था और एक नाव के जरिए उसे डोमिनिका लाया गया था. यहां उसे फिर से अवैध रूप से अधिकारियों को एक अपराध के लिए सौंप दिया गया जो उसने कभी नहीं किया था. चोकसी की कानूनी टीम उसके खिलाफ किए गए मानवाधिकारों के उल्लंघन के निवारण के लिए न्याय के लिए सभी रास्ते तलाश रही है.
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चोकसी को उम्मीद है कि 23 मई 2021 को एंटीगुआ से उसके अपहरण के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाएगा. 17 मई, 2022 को मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर एक जवाब में लोक अभियोजन निदेशक (एजी) ने अदालत को सूचित किया कि 'मेहुल चिनुभाई चोकसी' पर डोमिनिका के राष्ट्रमंडल में अवैध रूप से प्रवेश करने का आरोप लगाया गया था जिसका नाम 'टौकारी बे, टौकारी' था. लोक अभियोजन निदेशक के फैसले के बाद, चोकसी के वकील एडवोकेट विजय अग्रवाल ने एजेंसी को बताया, 'सच हमेशा अंत में सामने आता है, चाहे कोई इसे रोकने या छिपाने की कितनी भी कोशिश कर ले.
(एएनआई)