रायपुर: छत्तीसगढ़ में सबसे बड़े बोरवेल रेस्क्यू ऑपरेशन पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई जाएगी. रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेस्क्यू टीम का सम्मान किया है. सीएम हाउस में गुरुवार दोपहर कार्यक्रम रखा गया. इसमें एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन समेत सभी विभागों के कर्मचारी, अधिकारियों को सम्मानित किया गया है. जांजगीर चांपा में बोरवेल में फंसे राहुल साहु को बचाने के लिए 5 दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. सीएम ने कहा कि ''जिस लगन और समर्पण भाव से काम किया गया, वह प्रशंसनीय (Rahul Rescue team honored in raipur) है. ऑपरेशन में शामिल सभी सदस्यों ने हिम्मत से काम लिया.'' सीएम ने रेस्क्यू टीम में शामिल सभी सदस्यों को सम्मानित किया है. इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि राहुल साहू की पढ़ाई-लिखाई और चिकित्सा का सारा खर्च सरकार उठाएगी. राज्योत्सव में राज्य सरकार राहुल साहू और रेस्क्यू टीम का फिर से सम्मान करेगी.
राहुल के शिक्षा-चिकित्सा का खर्च सरकार उठाएगी: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, " राहुल की पढ़ाई, लिखाई, उसके चिकित्सा का पूरा खर्च राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा. मैं पूरी रेस्क्यू टीम, देश-प्रदेश की जनता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. जिन्होंने राहुल के शीघ्र रेस्क्यू के लिए दुआ की. आप सभी की सूझबूझ, मेहनत, लगन और हौसलों ने काम किया. सभी का लक्ष्य एक ही था. राहुल को बचाना और वह पूरा हुआ. यह ऑपरेशन दुरूह था, संकट आए, संघर्ष आए, लेकिन हिम्मत बनी रही. इस पूरे घटनाक्रम की डॉक्यूमेंट्री बननी चाहिए ताकि लोग इसे देखें और समझें. जिससे भविष्य में इस तरह की घटना को टाला जा सके."
विपरित परिस्थितियों में डटी रही टीम: छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "विपरीत परिस्थितियों में भी आप सभी डटे रहे, कड़ी धूप में, खुले मैदान में लगातार संघर्ष करते रहे. ईश्वर ने राहुल में कुछ कमी कर दी है, लेकिन दूसरी ओर कुछ खासियत भी दी है. राहुल की हिम्मत और संतोष ने बहुत बड़ा काम किया है. राहुल की पढ़ाई-लिखाई और इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. स्पीच थेरेपी, श्रवण यंत्र लगवाने की जरूरत होगी तो उसका खर्चा भी राज्य सरकार उठायेगी. मैं रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी टीम को बधाई देता हूं."
इन्हें किया गया सम्मानित: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा " रेस्क्यू ऑपरेशन में 5 दिन तक लगातार 24 घण्टे काम करते हुए आप थके नहीं. रेस्क्यू टीम के लोगों ने जिस लगन और समर्पण भाव से काम किया है, निश्चित रूप से जितनी प्रशंसा की जाए कम है. संकट कभी बता कर नहीं आता और भी रेस्क्यू हुए हैं...लेकिन यह 104 घण्टे का सबसे लंबा ऑपरेशन हुआ." इस कार्यक्रम में रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टेक्नीकल टीम, लाइट, टेंट, जनरेटर, वेल्डिंग मशीन, गैस कटर, मशीनरी लेबर प्रोवाइडर, बोरवेल कैमरा सेटअप संचालक, ड्रीलिंग, पोकलेन चलाने वाले, एसईसीएल की रेस्क्यू टीम और फूड प्रोवाईडर्स को भी सम्मानित किया गया.