बेंगलुरू: कर्नाटक कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी, मुख्यमंत्री कार्यालय और कानूनी विभाग ने उनके नामांकन को रद्द करने की साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके नामांकन पत्र को सबसे ज्यादा डाउनलोड किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ कनकपुरा में एक बड़ी कानूनी टीम तैनात की गई है. प्रदेश में कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र खारिज करने का प्रयास किया जा रहा है. डीके शिवकुमार ने आज बेंगलुरु में अपने आवास पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये आरोप लगाए है.
डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन पत्र डाउनलोड करने का चुनाव आयोग को ध्यान देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी के कई प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों में भी त्रुटियां हैं लेकिन सिर्फ उनका नामांकन रद्द करने की कोशिश की जा रही है. शिवकुमार ने कहा कि अगर मेरे साथ ऐसा हो रहा है तो एक कॉमन कैंडिडेट की क्या स्थिति होगी? चुनाव आयोग को किसी के दबाव में नहीं आना चाहिए. सीएम कार्यालय में ही नामांकन पत्रों को डाउनलोड किया जा रहा है. डीके शिवकुमार ने इस पर जांच का आग्रह किया है.
डीके शिवकुमार ने शोभा करंदलाजे के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि मुझे 40 फीसदी कमीशन नहीं मिला. उम्मीदवारों से हमें भवन निर्माण कोष के रूप में टिकट आवेदन के पैसे मिले हैं लेकिन आपके (बीजेपी) 40 फीसदी कमीशन के कई सबूत हैं. उन्होंने कहा कि विधायक मदल का मामला इसका प्रमाण है.
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भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल हुए: चित्तपुर निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक विश्वनाथ पाटिल हेब्बला और अरविंद चौहान अपने समर्थकों के साथ शनिवार को बेंगलुरु में कांग्रेस ज्वाइन कर ली. उनको केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मंत्री प्रियांक खड़गे की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी में शामिल किया गया.