मुंबई/नयी दिल्ली: नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 27 फरवरी को दुबई-दिल्ली उड़ान के दौरान पायलट की एक महिला मित्र के कॉकपिट में आने की घटना की सूचना समय पर नहीं देने के मामले में एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन को कारण बताओ नोटिस भेजा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एयर इंडिया के सुरक्षा, रक्षा और गुणवत्ता परिचालन प्रमुख हेनरी डोनोहोए को भी कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. उड़ान के चालक दल के एक सदस्य ने डीजीसीए को शिकायत दी थी कि पायलट ने अपनी अपनी महिला मित्र को कॉकपिट में आने की अनुमति दी थी.
डीजीसीए के एक अधिकारी ने रविवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि घटना की सूचना समय पर नहीं देने के लिए एयर इंडिया के सीईओ और उड़ान सुरक्षा के प्रमुख को 21 अप्रैल को ही कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा मामले की जांच में भी देरी की गई। दोनों अधिकारियों को नोटिस का जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है. एयर इंडिया की ओर से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है. डीसीईए ने इसी महीने एयर इंडिया को जांच पूरी होने तक चालक दल के सभी सदस्यों को ड्यूटी (रोस्टर) से हटाने का निर्देश दिया था.
इससे पहले जुलाई 2022 में विमानन नियामक डीजीसीए ने पिछले 18 दिनों में तकनीकी खामी की आठ घटनाओं के बाद स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया था,'घटना की समीक्षा से पता चलता है कि आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण खराब है और रखरखाव को लेकर पर्याप्त कदम नहीं (चूंकि ज्यादातर घटनाएं कलपुर्जों या प्रणाली के काम न करने से संबंधित हैं) उठाये जाने से सुरक्षा में कमी आयी.'
(पीटीआई-भाषा)