नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की तरफ से कई पूर्व पुलिस अधिकारियों सहित सेवानिवृत्त जजों को बड़ा झटका मिला है. इनमें कई पूर्व कमिश्नर भी शामिल हैं. उनके पास मौजूद सुरक्षाकर्मियों का कमिश्नर द्वारा ऑडिट करवाया गया है. इसके बाद कुछ सेवानिवृत्त अधिकारियों एवं जजों की सुरक्षा को दिल्ली पुलिस द्वारा कम कर दिया गया है. वहीं कई अधिकारियों की सुरक्षा को हटा लिया गया है क्योंकि उन्हें किसी प्रकार का खतरा नहीं है.
जानकारी के अनुसार पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली में कार्यभार संभालने के बाद नई रणनीति बनाने के लिए पुलिसकर्मियों की संख्या का ऑडिट कराया था. इस ऑडिट में उन्होंने पाया कि दिल्ली पुलिस के सिक्योरिटी विभाग में पुलिस कर्मियों की संख्या तय संख्या से काफी कम है. इतना ही नहीं ड्यूटी करने वाले काफी पुलिसकर्मी सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों, जजों, नेताओं एवं अन्य पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात हैं. यह भी देखा गया कि ऐसे लोगों की सुरक्षा को लेकर कई वर्षों से ऑडिट नहीं किया गया है. वह लगातार इस सुरक्षा का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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सामान्य तौर पर प्रत्येक 6 माह में सिक्योरिटी को लेकर ऑडिट किया जाता है. इसलिए पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सेवानिवृत्त जज, पूर्व पुलिस कमिश्नर, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी एवं सुरक्षा लेने वाले पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा का ऑडिट करवाया गया. सूत्रों ने बताया कि इस ऑडिट में यह पाया गया कि कई पूर्व कमिश्नर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा में लगाए हुए हैं जबकि उन्हें इतनी सुरक्षा की कोई आवश्यकता नहीं है. इतना ही नहीं सेवानिवृत्त हो चुके कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वर्षों से दिल्ली पुलिसकर्मियों को अपनी सुरक्षा में इस्तेमाल कर रहे हैं जबकि उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस में रहते हुए भी कई पुलिस अधिकारी कड़े सुरक्षा घेरे में चलते हैं. उन्हें भी इतनी सुरक्षा की आवश्यकता नहीं है.
इस रिपोर्ट के बारे में पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना को जानकारी दी गई. उन्हें पता चला कि 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी बेवजह सेवानिवृत्त अधिकारियों, सेवानिवृत्त जज, पूर्व कमिश्नर और पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा में तैनात हैं. इन पुलिसकर्मियों को वापस सिक्योरिटी यूनिट में बुला लिया गया है.
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सूत्रों का कहना है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर की तरफ से यह साफ किया गया है कि ऑडिट के अनुसार ही किसी भी शख्स को सुरक्षा मिलेगी. भले ही वह दिल्ली पुलिस का पूर्व कमिश्नर ही क्यों ना हो. यह पुलिसकर्मी जनता की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए हैं और इनका इस्तेमाल उनकी सुरक्षा के लिए ही होना चाहिए. इसके चलते इन पुलिसकर्मियों को वापस सिक्योरिटी यूनिट में बुला लिया गया है जहां पहले से ही एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों की कमी है.