नई दिल्ली : दिल्ली सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है. यह सम्मेलन 11 से 17 जनवरी तक चलेगा. इसमें करीब 22 देशों से शिक्षा विशेषज्ञ स्कूली शिक्षा के अलग-अलग विषयों पर चर्चा करेंगे. सम्मेलन में बोस्टन कंसलटिंग ग्रुप द्वारा पिछले 5 सालों में दिल्ली के शिक्षा सुधारों पर एक स्वतंत्र स्टडी की रिपोर्ट भी जारी की गई.
22 देशों के शिक्षाविद सम्मेलन में हो रहे शामिल
सात दिवसीय दिल्ली शिक्षा सम्मेलन 2021 में भारत, फिनलैंड, इंग्लैंड, जर्मनी, सिंगापुर, नीदरलैंड, अमेरिका और कनाडा के विशेषज्ञ डिजिटल माध्यम से शामिल हो रहे हैं. इस दौरान दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और सुधार को लेकर चर्चा की जा रही है. सम्मेलन में जानकारी दी गई कि 95 फ़ीसदी से अधिक माता-पिता, शिक्षकों और शिक्षा विभाग से जुड़े सभी हितकारकों के साथ स्कूली बच्चों में सरकारी शिक्षा प्रणाली के प्रति भरोसा बढ़ा है.
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सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली पर बड़ा है विश्वास
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि शिक्षा ही देश के सोचने और जीने का तरीका है. यही हमारा सपना है. शिक्षा के जरिए देश बदलने के लिए ही राजनीति में आए हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पिछले 5 साल में स्कूलों का शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने, टीचर ट्रेनिंग, बच्चों के रिजल्ट इत्यादि में काफी सफलता हासिल की है. असली सफलता तब मानी जाएगी, जब हर एक बच्चा देश के लिए कुछ कर गुजरने का जुनून लेकर निकलेगा और देश को बदलने में योगदान देगा.