दिल्ली: प्रधानमंत्री के साथ 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के संबोधन के लाइव प्रसारण को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से माफी मांगी गई है. सीएमओ की तरफ से सफाई दी गई है कि मुख्यमंत्री का संबोधन इसलिये लाइव प्रसारित किया गया क्योंकि केंद्र सरकार की तरफ से कोई भी लिखित या मौखिक निर्देश नहीं हैं कि इस तरह की बातचीत का लाइव प्रसारण नहीं हो सकता. ऐसे पहले भी कई बार हुआ है जब जनता से जुड़े मुद्दों पर इस तरह की बातचीत का लाइव प्रसारण हुआ. हालांकि इससे अगर कोई असुविधा हुई है तो हमें इसका खेद है.
सरकार की तरफ से उठे थे सवाल
शुक्रवार सुबह पीएम मोदी ने उन 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की जहां कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री भी शामिल थे. बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पीएम मोदी के साथ बातचीत का लाइव प्रसारण किया गया. जिसपर केंद्र सरकार की तरफ से आपत्ति जताते हुए कहा गया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों की प्राइवेट बातचीत का पहली बार प्रसारण किया गया. जिसमें अरविंद केजरीवाल का पूरे भाषण में समाधान नजर नहीं आया. बल्कि वो सिर्फ राजनीति करते रहे और अपनी जिम्मेदारी से भागते रहे. सरकार की तरफ से वैक्सीन और ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर केजरीवाल की जानकारी पर भी सवाल उठाए गए थे.
माजरा क्या है ?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के सामने अपनी बात रखी और दिल्ली में ऑक्सीजन सप्लाई सुचारू रूप से करवाने की अपील की. केजरीवाल के मुताबिक केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा तो बढ़ा दिया है लेकिन कुछ राज्य दिल्ली आने वाले ऑक्सीजन टैंकर्स को रोक रहे हैं. इसके अलावा अरविंद केजरीवाल ने देशभर में कोरोना वैक्सीन के दाम एक समान करने की भी अपील की है. केजरीवाल ने कहा ने केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को एक समान दाम पर ही वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए.
पढ़े: पीएम के साथ बैठक में अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा था
बीजेपी के निशाने पर आए केजरीवाल
इस बैठक के तुरंत बाद ही अरविंद केजरीवाल बीजेपी नेताओं के निशाने पर आ गए. बीजेपी आईटी सैल के नेशनल इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर तीखा हमला बोला. अमित मालवीय ने ट्वीट किया, अरविंद केजरीवाल पीएम के साथ बैठक में गए लेकिन उन्हें किसी चीज की जानकारी नहीं है. दिल्ली में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर करने के लिए जो कदम उठा गए हैं ना तो केजरीवाल को उनकी जानकारी है और ना ही वैक्सीन के दाम की. ऐसे में वो दिल्ली को कैसे बचाएंगे. वो दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम पर कलंक हैं.
ये भी पढ़ें: 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम मोदी की बैठक हुई