नई दिल्ली : टेक्सास चिल्ड्रन हॉस्पिटल एंड बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन ने घोषणा की है कि CORBEVAX को भारत के औषधि नियामक DCGI से आपातकालीन उपयोग (EUA) की मंजूरी मिल गई है, जिसका पालन करने के लिए भारत में लॉन्च किया जाएगा.
नोवावैक्स एंड सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने मंगलवार को घोषणा की है कि भारत के औषधि नियामक DCGI ने नैनोपार्टिकल प्रोटीन-आधारित COVID-19 वैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है. इस वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया गया है और इसका नाम Covovax है.
इससे पहले CDSCO की विशेषज्ञ समिति ने CORBEVAX और और Covovax के आपात उपयोग की मंजूरी दी थी. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (health minister Mansukh Mandaviya) ने ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करने के लिए एक ही दिन में 3 दवाओं को स्वीकृतियां दी हैं.
मंडाविया ने बताया कि CORBEVAX और COVOVAX वैक्सीन के अलावा एंटी-वायरल दवा मोलनुपिराविर (Molnupiravir) को भी मंजूरी दी गई है. उन्होंने बताया कि इन तीनों दवाओं का आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग (restricted use in emergency situation) किया जाएगा.
मंडाविया ने कहा कि कोरोना महामारी (COVID-19 pandemic) के खिलाफ कॉर्बेवैक्स वैक्सीन (CORBEVAX Vaccine) स्वदेशी रूप से विकसित भारत का पहला RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन (RBD protein sub-unit vaccine) है. उन्होंने बताया कि कॉर्बीवैक्स हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई द्वारा बनाया गया है.
मंडाविया ने कॉर्बीवैक्स की मंजूरी पर कहा कि यह हैट्रिक है. कोरोना के खिलाफ भारत में अब तक तीन टीके विकसित किए जा चुके हैं (3rd vaccine developed in India).
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