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Cyclone Biparjoy: गुजरात तट पर बिपरजॉय ने किया लैंडफॉल, आधी रात तक चलेगा तूफान का कहर

गुजरात के तट पर बिपरजॉय ने लैंडफॉल करना शुरू कर दिया है. जखाऊ पोर्ट से लगभग 70 किमी दूर बिपरजॉय के लैंडफॉल की प्रक्रिया आधी रात तक जारी रहेगी. तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है. इधर, चक्रवात 'बिपरजॉय' के मद्देनजर नौसेना ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. नौसेना ने कहा है कि हम सरकार और प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क में हैं. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Jun 15, 2023, 7:59 AM IST

Updated : Jun 15, 2023, 8:01 PM IST

गुजरात तूफान का कहर

नई दिल्ली : चक्रवात बिपरजॉय ने कच्छ के जखाऊ तट पर लैंडफॉल करना शुरू कर दिया है. 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही हैं. आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक, यह गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच जखाऊ बंदरगाह के करीब तट से टकराएगा. यह अब अरब सागर में जखाऊ बंदरगाह से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है. यह लगभग 15 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है. इसलिए, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय जिलों में लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है. आधी रात तक, लैंडफॉल प्रक्रिया जारी रहेगी.

तूफान के कारण जखाऊ में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. ओखा में चक्रवाती तूफान की तबाही शुरू हो चुकी है. यहां भी बिजली आपूर्ति बाधित है. जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं. कहीं-कहीं कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है, तो कहीं पर घरों और केबिनों की छतें उड़ीं नजर आ रही है. अमरेली में करीब 100 घरों के छप्पर उड़ गए हैं. तूफान के कारण अमरेली जिले में तेज हवाएं चल रही हैं. मोरांगी गांव के कई घर चक्रवात की चपेट में आ गए हैं. तूफान के कहर से कुछ लोगों के घायल होने की खबर है.

  • #WATCH | #CycloneBiparjoy | "...It will hit the coast between Karachi and Mandvi and close to Jakhau port of Gujarat. This is now located about 70 kilometres away from Jakhau port in the Arabian Sea. It is moving at a speed of about 15 kmph...Hence, the landfall process has… pic.twitter.com/QlG1CxJgVY

    — ANI (@ANI) June 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय तट रक्षक (उत्तर पश्चिम) क्षेत्र कमांडर महानिरीक्षक एके हरबोला ने कहा, "हम 1800 से 2000 घंटे (शाम 6 से 8 बजे) के बीच लैंडफॉल होने की उम्मीद कर रहे हैं. इसके बाद की स्थिति का अनुमान लगाते हुए, हमने लगभग 15 जहाजों और 7 विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है. हमने दमन में कोस्ट गार्ड स्टेशन पर 4 विशेष डोर्नियर और 3 हेलीकॉप्टर भी रखे हैं. यदि आवश्यक हो तो हम उन्हें तैनात करेंगे..."

जानकारी के मुताबिक, नलिया क्षेत्र में फिलहाल तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि यह तूफान आज शाम तक जखाऊ के तट से टकराएगा. मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि तूफान के दौरान 130 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. नलिया में कलेक्टर के आदेशानुसार, आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर अन्य दुकानें व बाजार बंद रहें. जिले में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आरपीएफ और दमकल विभाग की टीमों को तैनात किया गया है. लगभग 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. लिहाजा कच्छ की प्रशासनिक व्यवस्था किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है.

वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, गुजरात के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ जिले में अगले 3 घंटों में मध्यम बारिश (5-15 मिमी/घंटा) के साथ हल्की गरज और अधिकतम सतही हवा की गति 40 किमी प्रति घंटे (झोंकों में) से कम होने की संभावना है. आईएमडी ने गुरुवार सुबह कहा कि चक्रवात बिपरजॉय वर्तमान में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने अरब सागर में चक्रवात बिपरजॉय की गति पर ताजा जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि आज सुबह चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. यह वर्तमान में उत्तर-पूर्व अरब सागर पर केंद्रित है. इसके चक्रवात के कारण हवा की गति 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 150 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. शाम तक, यह तट पर पहुंच जाएगा. यह जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान तट के पास सौराष्ट्र-कच्छ तट से टकराएगा.

उन्होंने यह भी बताया कि पूर्वानुमानों के अनुरूप चक्रवात एक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है. चक्रवात के केंद्र में हवा की गति मामूली रूप से कम हो गई है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह अभी भी एक प्रचंड तूफान है.

गेटवे ऑफ इंडिया के पास बड़ी-बड़ी लहरें : चक्रवात के कारण मुंबई शहर सहित कोंकण तट पर भारी बारिश हो रही है. मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र की बड़ी बड़ी लहरें आती नजर आ रही हैं. इसकी 145 किमी की तटरेखा है. इस पृष्ठभूमि में मुंबई नगर निगम द्वारा 120 प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए गए हैं. पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए बीच लाइफगार्ड सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक ड्यूटी पर रहेंगे.

  • VSCS Biparjoy over Northeast Arabian Sea at 0230 hours IST of 15th June, 2023 about 200 km west-southwest of Jakhau Port (Gujarat). To cross Saurashtra & Kutch and adjoining Pakistan coasts between Mandvi and Karachi near Jakhau Port by evening of 15th June as a VSVS. pic.twitter.com/2mnj4zC4sy

    — India Meteorological Department (@Indiametdept) June 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ और 15 आरक्षित टीमें स्टैंडबाय पर हैं : डीजी अतुल करवाल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि वे सबसे खराब स्थिति के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ को तैनात किया है और एनडीआरएफ की 15 टीमों को रिजर्व में रखा गया है जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जा सकता है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे की जीवन का न्यूनतम नुकसान हो. हमारा लक्ष्य शून्य जीवन हानि है.

प्रत्येक शहर में पांच आरक्षित टीमों को भटिंडा, एर्नाकुलम और मुंडाली में तैनात किया गया है, जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा उपाय पहले ही किए जा चुके हैं. आज सुबह 9 बजे तक एक लाख लोगों को निकाला गया है, गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है, 4000 होर्डिंग हटा दिए गए हैं.

चक्रवात 'बिपरजॉय' के गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है. इसके मद्देनजर राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को वहां से शिफ्ट कर दिया है. साथ ही बचाव और राहत कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन यूनिटों को तैनात किया है.

बीएसएफ के आईजी ने किया भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा

अरब सागर में चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ ही सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह जानकारी देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बना 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' बिपरजॉय पिछले छह घंटे के दौरान छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ा और इसी क्षेत्र में केंद्रित है. तूफान से सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र और कराची (पाकिस्तान) में बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है.

चक्रवात 'बिपरजॉय' के दौरान सहायता के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की एक टुकड़ी के चार जहाज शॉर्ट नोटिस पर स्टैंडबाय मोड पर तैनात किये गये हैं. भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि बिपरजॉय के 15 जून की शाम को गुजरात के जखाऊ तट के पास टकराने की उम्मीद है. बताया गया कि यह कच्छ के रण के साथ-साथ राजस्थान के कुछ इलाकों को भी प्रभावित कर सकता है.

गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा तैनात
पोरबंदर और ओखा में पांच-पांच राहत दल और वलसुरा में 15 राहत दल स्थानीय जिला प्रशासन को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. बयान में कहा गया है कि गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा में हेलोस गुजरात के लिए नौका पर सवार होने के लिए तैयार हैं. पी8आई और डोर्नियर विमान पूर्व-हंसा गोवा का हवाई मुआयना करने और राहत सामग्री और कर्मियों के परिवहन के लिए स्टैंडबाय मोड पर हैं.

बताई एनडीआरआफ के डीजी अतुल करवाल तैयारी के बारे में बताया.

चक्रवात बिपरजॉय से निपटने के लिए हमारी टीमें तैयार : वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह
भारतीय नौसेना में वायस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने कहा कि हमारे पास अपने जहाज तैयार हैं. हमारी आपदा प्रबंधन टीमें तैयार हैं. साथ ही राज्य और केंद्र सरकारों की सभी एजेंसियां भी. पिछले कुछ साल में हुई इस तरह की घटनाओं के सभी मामलों में, सशस्त्र बल लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहा है. देश में इन आपदाओं से निपटने के लिए की जबरदस्त काम हुआ है. इसमें नौसेना का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. हम लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं.

रक्षा मंत्री ने की तैयारी की समीक्षा
अतिरिक्‍त एचएडीआर स्‍टोर और उपकरणों को अतिरिक्‍त सूचना के आधार पर काम पर लेने के लिए तैयार हूं. भारतीय नौसेना (HQWNC) के पश्चिमी नौसेना कमान का मुख्यालय और क्षेत्रीय मुख्यालय किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार और अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवात के लैंडफॉल के लिए सशस्त्र बलों की तैयारी की समीक्षा की.

बीएसएफ के आईजी ने किया भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा
गुजरात तट की ओर बढ़ रहे प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने पर्याप्त तैयारी की है. बीएसएफ के महानिरीक्षक रवि गांधी ने भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया और चक्रवात से उत्पन्न संभावित विनाशकारी प्रभावों को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ-साथ किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया.

Cyclone Biparjoy
गुजरात के तटों पर देखा गया समुद्र में तेज लहरें देखी गई.

तटीय क्षेत्रों से 74,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया
राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि बचाव और राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है. आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया. अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया, इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 लोगों और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को निकाला गया है.

मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माताओं की चिंता
गुजरात तट पर स्थित मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माता इस बात से चिंतित हैं कि चक्रवात बिपरजॉय से उनके उद्योग को बड़ा नुकसान हो सकता है. क्योंकि क्योंकि तट पर निर्माणाधीन जहाजों को आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है. मांडवी पिछले 300 से अधिक वर्षों से जहाज निर्माण उद्योग के लिए जाना जाता है. निर्माणाधीन जहाजों की सुरक्षा के लिए, श्रमिकों ने उनके नीचे सैंडबैग रख दिए हैं. लकड़ी के सपोर्ट फ्रेम भी खड़े कर दिए हैं ताकि वे उलट न जाएं.

तटीय क्षेत्रों से 74,000 से अधिक लोगों को राहत शिवरों में भेजा गया

आईएमडी का अनुमान
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पार्थ तलसानिया ने बताया कि गुजरात के तट पर पहुंचने वाले चक्रवात बिपरजॉय से पहले एहतियाती सुरक्षा उपाय के रूप में लगभग 4,500 लोगों को उनके घरों से आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए राजस्थान में तैयारी कर ली है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, यह तूफान गुजरात के तटीय इलाकों के बेहद करीब पहुंच गया है.

तूफान बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका
इसके लगभग उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 15 जून की शाम तक जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के तटों को पार करने की संभावना है. अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका है. आईएमडी ने सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए चेतावनी जारी की है.

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गंभीर चक्रवाती तूफान
मौसम विभाग ने इस तूफान को वीएससीएस यानी अति गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा है. अधिकारियों ने मंगलवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास बिपरजॉय के संभावित भूस्खलन से पहले तटीय क्षेत्रों से लगभग 30,000 लोगों को अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है.

नलिया में ग्राउंड रिपोर्ट

गुजरात से ग्राउंड रिपोर्ट : गुजरात के गिर सोमनाथ में तेज हवाओं के चलते टेंट, साइन बोर्ड, होर्डिंग्स को नीचे गिरा दिया गया है. मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है. यह फैसला तूफान बिपरजॉय को ध्यान में रखकर लिया गया है. द्वारका स्थित भड़केश्वर मंदिर में सुनामी जैसा मंजर देखा गया. आसपास की प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया. भड़केश्वर के आसपास के समुद्र तटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोगों की आवाजाही रोक दी गई है. शिवलिंग तक समुद्र की लहरें उठती हुई दिखाई दे रही थीं. द्वारकाधीश जगत मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है.

चक्रवात ने जामनगर को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. जामनगर में सुबह से ही बारिश का मौसम देखा जा रहा है. हवा के साथ बारिश हो रही है. 22 तटीय गांवों से लोगों को निकालने का काम पूरा कर लिया गया है. जामनगर जिले से 8542 लोग पलायन कर चुके हैं. साथ ही शहर में 44 स्कूल जनता के लिए खोल दिए गए हैं. जामनगर से द्वारका के लिए सेना के जवानों की एक टीम रवाना की गई है. समुद्र में करंट के चलते ओखा से निकलने वाली नाव किनारे पर खड़ी कर दी गई है. ओखा के मछुआरों को कोई टोकन नहीं दिया गया है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

गुजरात तूफान का कहर

नई दिल्ली : चक्रवात बिपरजॉय ने कच्छ के जखाऊ तट पर लैंडफॉल करना शुरू कर दिया है. 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही हैं. आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक, यह गुजरात के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच जखाऊ बंदरगाह के करीब तट से टकराएगा. यह अब अरब सागर में जखाऊ बंदरगाह से लगभग 70 किलोमीटर दूर स्थित है. यह लगभग 15 किमी प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है. इसलिए, सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय जिलों में लैंडफॉल प्रक्रिया शुरू हो गई है. आधी रात तक, लैंडफॉल प्रक्रिया जारी रहेगी.

तूफान के कारण जखाऊ में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. ओखा में चक्रवाती तूफान की तबाही शुरू हो चुकी है. यहां भी बिजली आपूर्ति बाधित है. जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं. कहीं-कहीं कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है, तो कहीं पर घरों और केबिनों की छतें उड़ीं नजर आ रही है. अमरेली में करीब 100 घरों के छप्पर उड़ गए हैं. तूफान के कारण अमरेली जिले में तेज हवाएं चल रही हैं. मोरांगी गांव के कई घर चक्रवात की चपेट में आ गए हैं. तूफान के कहर से कुछ लोगों के घायल होने की खबर है.

  • #WATCH | #CycloneBiparjoy | "...It will hit the coast between Karachi and Mandvi and close to Jakhau port of Gujarat. This is now located about 70 kilometres away from Jakhau port in the Arabian Sea. It is moving at a speed of about 15 kmph...Hence, the landfall process has… pic.twitter.com/QlG1CxJgVY

    — ANI (@ANI) June 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भारतीय तट रक्षक (उत्तर पश्चिम) क्षेत्र कमांडर महानिरीक्षक एके हरबोला ने कहा, "हम 1800 से 2000 घंटे (शाम 6 से 8 बजे) के बीच लैंडफॉल होने की उम्मीद कर रहे हैं. इसके बाद की स्थिति का अनुमान लगाते हुए, हमने लगभग 15 जहाजों और 7 विमानों को स्टैंडबाय पर रखा है. हमने दमन में कोस्ट गार्ड स्टेशन पर 4 विशेष डोर्नियर और 3 हेलीकॉप्टर भी रखे हैं. यदि आवश्यक हो तो हम उन्हें तैनात करेंगे..."

जानकारी के मुताबिक, नलिया क्षेत्र में फिलहाल तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि यह तूफान आज शाम तक जखाऊ के तट से टकराएगा. मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि तूफान के दौरान 130 से 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. नलिया में कलेक्टर के आदेशानुसार, आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर अन्य दुकानें व बाजार बंद रहें. जिले में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आरपीएफ और दमकल विभाग की टीमों को तैनात किया गया है. लगभग 46,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है. लिहाजा कच्छ की प्रशासनिक व्यवस्था किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है.

वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, गुजरात के द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, राजकोट, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, गिर सोमनाथ और कच्छ जिले में अगले 3 घंटों में मध्यम बारिश (5-15 मिमी/घंटा) के साथ हल्की गरज और अधिकतम सतही हवा की गति 40 किमी प्रति घंटे (झोंकों में) से कम होने की संभावना है. आईएमडी ने गुरुवार सुबह कहा कि चक्रवात बिपरजॉय वर्तमान में उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने अरब सागर में चक्रवात बिपरजॉय की गति पर ताजा जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि आज सुबह चक्रवात बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ तट की ओर उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है. यह जखाऊ बंदरगाह से लगभग 180 किमी दूर है. यह वर्तमान में उत्तर-पूर्व अरब सागर पर केंद्रित है. इसके चक्रवात के कारण हवा की गति 125-135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 150 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. शाम तक, यह तट पर पहुंच जाएगा. यह जखाऊ बंदरगाह और पाकिस्तान तट के पास सौराष्ट्र-कच्छ तट से टकराएगा.

उन्होंने यह भी बताया कि पूर्वानुमानों के अनुरूप चक्रवात एक अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान से एक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में कमजोर हो गया है. चक्रवात के केंद्र में हवा की गति मामूली रूप से कम हो गई है. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह अभी भी एक प्रचंड तूफान है.

गेटवे ऑफ इंडिया के पास बड़ी-बड़ी लहरें : चक्रवात के कारण मुंबई शहर सहित कोंकण तट पर भारी बारिश हो रही है. मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास समुद्र की बड़ी बड़ी लहरें आती नजर आ रही हैं. इसकी 145 किमी की तटरेखा है. इस पृष्ठभूमि में मुंबई नगर निगम द्वारा 120 प्रशिक्षित सुरक्षा गार्ड नियुक्त किए गए हैं. पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए बीच लाइफगार्ड सुबह 8 बजे से रात 11 बजे तक ड्यूटी पर रहेंगे.

  • VSCS Biparjoy over Northeast Arabian Sea at 0230 hours IST of 15th June, 2023 about 200 km west-southwest of Jakhau Port (Gujarat). To cross Saurashtra & Kutch and adjoining Pakistan coasts between Mandvi and Karachi near Jakhau Port by evening of 15th June as a VSVS. pic.twitter.com/2mnj4zC4sy

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18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ और 15 आरक्षित टीमें स्टैंडबाय पर हैं : डीजी अतुल करवाल
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) महानिदेशक अतुल करवाल ने कहा कि वे सबसे खराब स्थिति के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं. उन्होंने कहा कि 18 एनडीआरएफ, 12 एसडीआरएफ को तैनात किया है और एनडीआरएफ की 15 टीमों को रिजर्व में रखा गया है जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जा सकता है. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे की जीवन का न्यूनतम नुकसान हो. हमारा लक्ष्य शून्य जीवन हानि है.

प्रत्येक शहर में पांच आरक्षित टीमों को भटिंडा, एर्नाकुलम और मुंडाली में तैनात किया गया है, जिन्हें जरूरत के समय एयरलिफ्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा उपाय पहले ही किए जा चुके हैं. आज सुबह 9 बजे तक एक लाख लोगों को निकाला गया है, गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है, 4000 होर्डिंग हटा दिए गए हैं.

चक्रवात 'बिपरजॉय' के गुरुवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है. इसके मद्देनजर राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को वहां से शिफ्ट कर दिया है. साथ ही बचाव और राहत कार्यों के लिए आपदा प्रबंधन यूनिटों को तैनात किया है.

बीएसएफ के आईजी ने किया भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा

अरब सागर में चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ ही सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. मौसम विभाग ने गुरुवार सुबह जानकारी देते हुए कहा कि पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर बना 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' बिपरजॉय पिछले छह घंटे के दौरान छह किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ा और इसी क्षेत्र में केंद्रित है. तूफान से सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र और कराची (पाकिस्तान) में बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका है.

चक्रवात 'बिपरजॉय' के दौरान सहायता के लिए मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) की एक टुकड़ी के चार जहाज शॉर्ट नोटिस पर स्टैंडबाय मोड पर तैनात किये गये हैं. भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा कि बिपरजॉय के 15 जून की शाम को गुजरात के जखाऊ तट के पास टकराने की उम्मीद है. बताया गया कि यह कच्छ के रण के साथ-साथ राजस्थान के कुछ इलाकों को भी प्रभावित कर सकता है.

गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा तैनात
पोरबंदर और ओखा में पांच-पांच राहत दल और वलसुरा में 15 राहत दल स्थानीय जिला प्रशासन को सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं. बयान में कहा गया है कि गोवा में आईएनएस हंसा और मुंबई में आईएनएस शिकरा में हेलोस गुजरात के लिए नौका पर सवार होने के लिए तैयार हैं. पी8आई और डोर्नियर विमान पूर्व-हंसा गोवा का हवाई मुआयना करने और राहत सामग्री और कर्मियों के परिवहन के लिए स्टैंडबाय मोड पर हैं.

बताई एनडीआरआफ के डीजी अतुल करवाल तैयारी के बारे में बताया.

चक्रवात बिपरजॉय से निपटने के लिए हमारी टीमें तैयार : वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह
भारतीय नौसेना में वायस एडमिरल संजय जसजीत सिंह ने कहा कि हमारे पास अपने जहाज तैयार हैं. हमारी आपदा प्रबंधन टीमें तैयार हैं. साथ ही राज्य और केंद्र सरकारों की सभी एजेंसियां भी. पिछले कुछ साल में हुई इस तरह की घटनाओं के सभी मामलों में, सशस्त्र बल लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहा है. देश में इन आपदाओं से निपटने के लिए की जबरदस्त काम हुआ है. इसमें नौसेना का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. हम लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं.

रक्षा मंत्री ने की तैयारी की समीक्षा
अतिरिक्‍त एचएडीआर स्‍टोर और उपकरणों को अतिरिक्‍त सूचना के आधार पर काम पर लेने के लिए तैयार हूं. भारतीय नौसेना (HQWNC) के पश्चिमी नौसेना कमान का मुख्यालय और क्षेत्रीय मुख्यालय किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार और अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं. इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चक्रवात के लैंडफॉल के लिए सशस्त्र बलों की तैयारी की समीक्षा की.

बीएसएफ के आईजी ने किया भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा
गुजरात तट की ओर बढ़ रहे प्रचंड चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने पर्याप्त तैयारी की है. बीएसएफ के महानिरीक्षक रवि गांधी ने भुज के तटीय क्षेत्रों का दौरा किया और चक्रवात से उत्पन्न संभावित विनाशकारी प्रभावों को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ-साथ किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया.

Cyclone Biparjoy
गुजरात के तटों पर देखा गया समुद्र में तेज लहरें देखी गई.

तटीय क्षेत्रों से 74,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया
राज्य प्रशासन ने एहतियात के तौर पर तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया है. अधिकारियों ने कहा कि बचाव और राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है. आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया. अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया, इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 लोगों और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को निकाला गया है.

मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माताओं की चिंता
गुजरात तट पर स्थित मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माता इस बात से चिंतित हैं कि चक्रवात बिपरजॉय से उनके उद्योग को बड़ा नुकसान हो सकता है. क्योंकि क्योंकि तट पर निर्माणाधीन जहाजों को आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है. मांडवी पिछले 300 से अधिक वर्षों से जहाज निर्माण उद्योग के लिए जाना जाता है. निर्माणाधीन जहाजों की सुरक्षा के लिए, श्रमिकों ने उनके नीचे सैंडबैग रख दिए हैं. लकड़ी के सपोर्ट फ्रेम भी खड़े कर दिए हैं ताकि वे उलट न जाएं.

तटीय क्षेत्रों से 74,000 से अधिक लोगों को राहत शिवरों में भेजा गया

आईएमडी का अनुमान
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पार्थ तलसानिया ने बताया कि गुजरात के तट पर पहुंचने वाले चक्रवात बिपरजॉय से पहले एहतियाती सुरक्षा उपाय के रूप में लगभग 4,500 लोगों को उनके घरों से आश्रय गृहों में स्थानांतरित कर दिया गया है. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के प्रभावों से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए राजस्थान में तैयारी कर ली है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, यह तूफान गुजरात के तटीय इलाकों के बेहद करीब पहुंच गया है.

तूफान बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका
इसके लगभग उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 15 जून की शाम तक जखाऊ पोर्ट (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच सौराष्ट्र और कच्छ और पाकिस्तान के आसपास के तटों को पार करने की संभावना है. अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका है. आईएमडी ने सौराष्ट्र और कच्छ के तटों के लिए चेतावनी जारी की है.

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गंभीर चक्रवाती तूफान
मौसम विभाग ने इस तूफान को वीएससीएस यानी अति गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में रखा है. अधिकारियों ने मंगलवार को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास बिपरजॉय के संभावित भूस्खलन से पहले तटीय क्षेत्रों से लगभग 30,000 लोगों को अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है.

नलिया में ग्राउंड रिपोर्ट

गुजरात से ग्राउंड रिपोर्ट : गुजरात के गिर सोमनाथ में तेज हवाओं के चलते टेंट, साइन बोर्ड, होर्डिंग्स को नीचे गिरा दिया गया है. मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है. यह फैसला तूफान बिपरजॉय को ध्यान में रखकर लिया गया है. द्वारका स्थित भड़केश्वर मंदिर में सुनामी जैसा मंजर देखा गया. आसपास की प्रमुख सड़कों पर पानी भर गया. भड़केश्वर के आसपास के समुद्र तटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लोगों की आवाजाही रोक दी गई है. शिवलिंग तक समुद्र की लहरें उठती हुई दिखाई दे रही थीं. द्वारकाधीश जगत मंदिर दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है.

चक्रवात ने जामनगर को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. जामनगर में सुबह से ही बारिश का मौसम देखा जा रहा है. हवा के साथ बारिश हो रही है. 22 तटीय गांवों से लोगों को निकालने का काम पूरा कर लिया गया है. जामनगर जिले से 8542 लोग पलायन कर चुके हैं. साथ ही शहर में 44 स्कूल जनता के लिए खोल दिए गए हैं. जामनगर से द्वारका के लिए सेना के जवानों की एक टीम रवाना की गई है. समुद्र में करंट के चलते ओखा से निकलने वाली नाव किनारे पर खड़ी कर दी गई है. ओखा के मछुआरों को कोई टोकन नहीं दिया गया है.

(अतिरिक्त इनपुट-एजेंसी)

Last Updated : Jun 15, 2023, 8:01 PM IST
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