कोच्चि : केरल के उच्च शिक्षा मंत्री केटी जलील को कस्टम विभाग ने समन जारी किया है. कस्टम विभाग ने उन्हें सोमवार से पहले पेश होने के लिए कहा है. कस्टम विभाग ने यूएई दूतावास से कुरान की प्रतियां लाने और बाटंने के संबंध में पेश होने को कहा गया है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोना तस्करी मामले में उनसे पूछताछ की थी.
कस्टम विभाग के नोटिस के बारे में पूछे जाने पर जलील ने कहा कि वह अधिकारियों के सामने पेश होंगे और उन्हें बताएंगे कि उन्होंने क्या किया था. इससे पहले सीमा शुल्क विभाग ने सोने की तस्करी मामले का खुलासा किया था, जब तिरुवनंतपुरम में यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी पीएस सरीथ को पांच जुलाई को गिरफ्तार किया गया था, जब वह दुबई से राजनयिक सामान में 30 किलोग्राम सोने की तस्करी कर रहा था.
गोल्ड स्मगलिंग क्वीन के नाम से मशहूर स्वप्ना सुरेश वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी और बाद में आईटी विभाग में कार्यरत थीं. इस मामले में भी उनका नाम सामने आया था. वर्तमान में निलंबित और गिरफ्तार आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर के साथ उनके संबंधों का भी पर्दाफाश हुआ है, जो उस समय मुख्यमंत्री पिनारई विजयन के प्रधान सचिव के रूप में तैनात थे और आईटी सचिव भी थे. जलील और स्वप्ना के कॉल रिकॉर्ड से पता चला था कि दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे.
इससे पहले मंत्री ने स्वीकार किया था कि तिरुवनंतपुरम में यूएई वाणिज्य दूतावास से पवित्र कुरान की एक खेप प्राप्त हुई थी, जिसे सीमा शुल्क के एक शीर्ष अधिकारी ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम का प्रथम उल्लंघन माना था.
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नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने दावा किया था कि रमजान के महीने में तिरुवनंतपुरम से लाई गई खेप में जलील शामिल थे. इस घटना के उजागर होने के बाद से ही विपक्षी दल कांग्रेस और भाजपा जलील के इस्तीफे की लगातार मांग कर रहे हैं, लेकिन मंत्री को विजयन का पूरा समर्थन है, जिन्होंने उनकी मांग को सिरे से नकार दिया है.