लखनऊः प्रदेश के लखनऊ एवं जनपद आगरा के कुल 78 परीक्षा केन्द्रों पर रविवार को UPSSSC की कनिष्ठ सहायक मुख्य परीक्षा आयोजित की गई. इसमें अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर परीक्षा दे रहे छह सॉल्वरों को एसटीएफ ने अलग-अलग केंद्रों से गिरफ्तार कर लिया. इनमें से पांच सॉल्वरों को एसटीएफ और सुन्नी इंटर कॉलेज से गिरफ्तार किए गए कानपुर निवासी रोहित सिंह को कमिश्नरेट पुलिस के हवाले कर दिया गया. आरोपियो के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. सॉल्वरों के पास से फर्जी प्रवेश पत्र और आधार कार्ड बरामद किया गया है. पूछताछ में एसटीएफ को पता चला है कि ये सॉल्वर पांच लाख रुपए में पास कराने का ठेका लेते थे.
परीक्षा केंद्रों पर आयोग ने एआई आधारित फेशियल रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर के माध्यम से छह सॉल्वरों को चिन्हित किया. एसटीएफ के मुताबिक चिनहट स्थित एनडब्लूपी इंटर कालेज से जौनपुर निवासी शिवम गुप्ता, जानकीपुरम स्थित न्यूवे ग्रीन इंटर कॉलेज से भदोही निवासी शिव नारायण मौर्य, गोमतीनगर स्थित महामना मालवीय विद्या मंदिर से झारखंड निवासी धीरज कुमार शर्मा, आशियाना स्थित आदर्श पब्लिक इंटर कालेज से गोरखपुर निवासी कमलेश निषाद और गुडंबा स्थित ट्रिनिटी अकादमी से लखनऊ निवासी अखिलेश सिंह को किसी दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया गया. इनके पास से फर्जी प्रवेश पत्र, OMR सीट और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं. ये सॉल्वर एग्जाम से पहले 2 लाख और सेलेक्शन के बाद 3 लाख रुपए लेते थे. लखनऊ और आगरा के कुल 78 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा आयोजित कराई गई.
आयोग के मुताबिक लखनऊ के 56 और आगरा के 22 केंद्रों में आयोजित मुख्य परीक्षा में कुल 41,037 अभ्यर्थियों में 21,977 (53.5 प्रतिशत) अभ्यर्थी ही शामिल हुए. अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित इस परीक्षा में सॉल्वरों को पकड़ने में एआई ने अहम भूमिका निभाई. सॉल्वरों के पास से फर्जी प्रवेश पत्र, OMR सीट और फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए गए हैं