अगरतला: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा (Tripura CM Manik Saha) ने दावा किया है कि 2018 से पहले राज्य में सीपीएम की सरकार में आतंक का शासन था और उसकी गलत विचारधारा के कारण कई युवाओं की जान चली गई. सूर्यमणि नगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम साहा ने कहा, 'कम्युनिस्टों की गलत विचारधारा के कारण कई युवाओं की जान चली गई. लेकिन भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा पर चल रही है. भाजपा सबको बराबर मानती है. लेकिन कम्युनिस्ट हमेशा फूट डालो और राज करो की नीति पर चलते हैं.
उन्होंने विस्तार से बताया कि वर्तमान सरकार ने 17 सितंबर से 25 दिसंबर तक पूरे राज्य में सुशासन अभियान क्यों चलाया है. साथ ही उन्होंने 'अमर सरकार' पोर्टल के माध्यम से राज्य के ग्रामीण लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए वर्तमान सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की आम समस्याओं को दूर करने के लिए प्रशासन कदम उठाएगा, जो 10 दिनों के भीतर इस पोर्टल पर दर्ज किए जाएंगे.
पिछली सीपीएम सरकार के शासनकाल की आलोचना करते हुए सीएम ने कहा कि 2018 से पहले राज्य में एक आतंकी पार्टी का शासन था. उन्होंने कहा कि सीपीएम सरकार के शासनकाल में भारतीय जनता पार्टी को सूर्यमणि नगर विधानसभा में अपना कार्यक्रम जारी रखने के लिए अनेक संघर्षों का सामना करना पड़ा था.
विपक्ष के आरोपों पर पलटवार
डॉ. साहा ने कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'राज्य में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है. लेकिन कम्युनिस्टों के शासनकाल में आम लोगों ने स्कूलों और कॉलेजों में बम विस्फोट होते देखा है. वर्तमान सरकार केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश के तहत नशा विरोधी अभियान में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है.' जनसभा में भारी भीड़ को लेकर सीएम साहा ने कहा कि लोगों की इतनी भारी उपस्थिति इस बात का संकेत है कि भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में भारी संख्या में सीटों पर कब्जा कर सरकार बनाएगी.
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