ETV Bharat / bharat

कोरोना के मामले घट रहे लेकिन अभी सतर्कता जरूरी : एक्सपर्ट

केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से संक्रमण में अचानक उछाल के बाद लगाए गए अतिरिक्त कोविड-19 प्रतिबंधों की समीक्षा करने और संशोधन करने को कहा है. लेकिन वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि अभी सतर्कता जरूरी है. गौतम देबरॉय की रिपोर्ट.

covid19
देश में कोरोना
author img

By

Published : Feb 17, 2022, 9:51 PM IST

नई दिल्ली : भले ही स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कोविड-19 महामारी में निरंतर गिरावट की प्रवृत्ति दिख रही है, लेकिन वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों में देश में वायरस के प्रसार पर मतभेद हैं.

'ईटीवी भारत' से बात करते हुए प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट और इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि महामारी अपने अंतिम चरण में है. डॉ. अग्रवाल ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम केवल ओमीक्रोन द्वारा संचालित तीसरी लहर अपने टर्मिनल चरण में कर सकते हैं. इस समय कोई नया वैरिएंट नहीं है.'

हालांकि, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के अन्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी की और कहा कि कोरोना वायरस अभी भी पूरे भारत में कई जगहों है. एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. तामोरिश कोले ने कहा, 'यह सच है कि भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या घट रही है. हालांकि, यह सोचना गलत होगा कि वायरस हमसे बहुत दूर चला गया है. हमें हर स्तर पर कोविड के उचित व्यवहार को बनाए रखने की जरूरत है.'

दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को कहा था कि भारत में कोविड-19 महामारी में लगातार गिरावट का रुख दिख रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है, 'भारत में कोविड-19 महामारी में 21 जनवरी से निरंतर गिरावट की प्रवृत्ति दिख रही है इसलिए ये बेहतर होगा कि वे अतिरिक्त प्रतिबंधों की समीक्षा करें और इनमें बदलाव करें या फिर इन्हें हटा दें.' हालांकि, डॉ. कोले ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की टीकाकरण प्रक्रिया में और तेजी लाने की जरूरत है.

एहतियाती खुराक पर ये दी राय
डॉ. कोले ने कहा, 'सरकार को एहतियाती खुराक के लाभार्थियों के लिए पात्रता मानदंड में भी ढील देनी चाहिए. 40-60 के बीच के लोगों को भी एहतियाती खुराक की जरूरत है.' अब तक, सरकार ने 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों फ्रंट लाइन वर्कर के लिए एहतियाती खुराक को मंजूरी दी है. एहतियाती खुराक 39 सप्ताह या नौ महीने के अंतराल के बाद दी जाती है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि देश में कोविड-19 रोधी टीके की कुल खुराक 174 करोड़ के आंकड़े को पार कर गईं है. उसने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष तथा इससे अधिक उम्र के लोगों को अब तक 1.82 करोड़ से अधिक यानी (1,82,01,563) एहतियाती खुराक दी जा चुकी हैं.

पढ़ें- Delhi Corona Update: 24 घंटे में 739 केस, पांच लोगों की गई जान

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में आगे कहा गया है कि 21 जनवरी से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट का रुख देखा जा रहा है. पिछले 24 घंटों में, भारत ने Covid19 के 30,757 नए मामले दर्ज किए. गौरतलब है कि मामलों में 21 जनवरी से गिरावट देखी जा रही है. 10 फरवरी को 67,084 और 16 फरवरी को 30,615 सामने आए थे.

हालांकि, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना के मामले अभी भी ज्यादा हैं.

पढ़ें- देश में कोविड-19 की स्थिति में सुधार; केरल, मिजोरम में अब भी अधिक संक्रमण दर :सरकार

नई दिल्ली : भले ही स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कोविड-19 महामारी में निरंतर गिरावट की प्रवृत्ति दिख रही है, लेकिन वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों में देश में वायरस के प्रसार पर मतभेद हैं.

'ईटीवी भारत' से बात करते हुए प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट और इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) के निदेशक डॉ. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि महामारी अपने अंतिम चरण में है. डॉ. अग्रवाल ने कहा, 'मुझे लगता है कि हम केवल ओमीक्रोन द्वारा संचालित तीसरी लहर अपने टर्मिनल चरण में कर सकते हैं. इस समय कोई नया वैरिएंट नहीं है.'

हालांकि, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र के अन्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी की और कहा कि कोरोना वायरस अभी भी पूरे भारत में कई जगहों है. एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. तामोरिश कोले ने कहा, 'यह सच है कि भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या घट रही है. हालांकि, यह सोचना गलत होगा कि वायरस हमसे बहुत दूर चला गया है. हमें हर स्तर पर कोविड के उचित व्यवहार को बनाए रखने की जरूरत है.'

दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को कहा था कि भारत में कोविड-19 महामारी में लगातार गिरावट का रुख दिख रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है, 'भारत में कोविड-19 महामारी में 21 जनवरी से निरंतर गिरावट की प्रवृत्ति दिख रही है इसलिए ये बेहतर होगा कि वे अतिरिक्त प्रतिबंधों की समीक्षा करें और इनमें बदलाव करें या फिर इन्हें हटा दें.' हालांकि, डॉ. कोले ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की टीकाकरण प्रक्रिया में और तेजी लाने की जरूरत है.

एहतियाती खुराक पर ये दी राय
डॉ. कोले ने कहा, 'सरकार को एहतियाती खुराक के लाभार्थियों के लिए पात्रता मानदंड में भी ढील देनी चाहिए. 40-60 के बीच के लोगों को भी एहतियाती खुराक की जरूरत है.' अब तक, सरकार ने 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों फ्रंट लाइन वर्कर के लिए एहतियाती खुराक को मंजूरी दी है. एहतियाती खुराक 39 सप्ताह या नौ महीने के अंतराल के बाद दी जाती है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि देश में कोविड-19 रोधी टीके की कुल खुराक 174 करोड़ के आंकड़े को पार कर गईं है. उसने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों और 60 वर्ष तथा इससे अधिक उम्र के लोगों को अब तक 1.82 करोड़ से अधिक यानी (1,82,01,563) एहतियाती खुराक दी जा चुकी हैं.

पढ़ें- Delhi Corona Update: 24 घंटे में 739 केस, पांच लोगों की गई जान

स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में आगे कहा गया है कि 21 जनवरी से भारत में कोविड-19 के मामलों में गिरावट का रुख देखा जा रहा है. पिछले 24 घंटों में, भारत ने Covid19 के 30,757 नए मामले दर्ज किए. गौरतलब है कि मामलों में 21 जनवरी से गिरावट देखी जा रही है. 10 फरवरी को 67,084 और 16 फरवरी को 30,615 सामने आए थे.

हालांकि, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में कोरोना के मामले अभी भी ज्यादा हैं.

पढ़ें- देश में कोविड-19 की स्थिति में सुधार; केरल, मिजोरम में अब भी अधिक संक्रमण दर :सरकार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.