नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बुधवार को विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुई शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बताया कि भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार की तलाश के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार पर चर्चा के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी नेताओं की एक बैठक कल राष्ट्रीय राजधानी में हुई. बैठक में 18 जुलाई को होने वाले चुनाव में एक आम उम्मीदवार को मैदान में उतारने का प्रस्ताव पारित किया गया.
शिवसेना सांसद ने एएनआई को बताया कि भारत के राष्ट्रपति पद के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार खोजने के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. बैठक सर्वसम्मति से हुई और सभी ने सही उम्मीदवार पर अपनी राय पर चर्चा की. हमें एक समान निर्णय लेने की आवश्यकता है यदि हम अपने लोकतंत्र की रक्षा करना चाहते हैं या संविधान. उन्होंने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई बैठक में 17 विपक्षी दलों के नेता मौजूद थे.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के रूप में प्रस्ताव को अस्वीकार करने के शरद पवार के फैसले के बारे में बोलते हुए, चतुर्वेदी ने कहा, शरद पवार अभी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं बनना चाहते हैं. सभी विपक्षी दल फिर से बैठक करेंगे और इस पर निर्णय लेंगे. सभी दल जो भाजपा के खिलाफ लड़ना चाहते हैं, उन्हें विपक्ष की बैठक में शामिल किया जाएगा. इसके अलावा, शिवसेना सांसद ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र में, प्रवर्तन निदेशालय भाजपा का विस्तारित विभाग बन गया था, सीबीआई भाजपा की जांच का केंद्रीय ब्यूरो बन गया है. भारत की आजादी के 75 साल बाद, विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह लोकतंत्र के साथ-साथ भारत के संविधान की रक्षा करे.
कांग्रेस ने 16 अन्य राजनीतिक दलों के साथ बैठक में भाग लिया. बैठक में टीएमसी, कांग्रेस और एनसीपी के अलावा, सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआईएमएल, आरएसपी, शिवसेना, राजद, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, जेडी (एस), डीएमके, आरएलडी, आईयूएमएल और झामुमो शामिल थे. यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित बैठक में हिस्सा लिया. राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को होना है और वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी.
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एएनआई