आगरा : महाशिवरात्रि से पहले आगरा में ताजमहल में पूजा अर्चना की मांग शुरू हो गई. इसके साथ ही हिंदू महासभा ने ताजमहल में होने वाला शहंशाह शाहजहां का 368 वां उर्स मनाने का विरोध किया है. गुरुवार को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के सामने विरोध दर्ज कराने के लिए हिंदू महासभा के सदस्य शिव-पार्वती के गेटअप में धरने पर बैठ गए.
शाहजहां का 368 वां उर्स मनाने के विरोध में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग के बाहर गुरुवार सुबह शिव पार्वती के स्वरूप भूख हड़ताल पर बैठ गए. भूख हड़ताल पर बैठे हिंदू महासभा के लोगों का आरोप है कि ताजमहल में बिना इजाजत शाहजहां का उर्स मनाया जा रहा है.
गुरुवार को हिंदू महासभा के सदस्यों के भूख हड़ताल पर बैठने से जिला प्रशासन में भी हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. उन्हें समझा-बुझाकर हटाने का प्रयास करते रहे लेकिन भगवान शिव पार्वती के स्वरूप धरने से नहीं हटे. हिंदू महासभा का दावा है कि शाहजहां के उर्स के लिए कोई अनुमति नहीं है. चूंकि ताजमहल असल में तेजोमहालय है, इसलिए उन्हें शिवरात्रि पर पूजा अर्चना करने की अनुमति दी जाए. बता दें शाहजहां का 368 वां उर्स 17 फरवरी से शुरू होगा, जो दिन दिनों तक चलेगा. इस दौरान शाहजहां की कब्र पर चादरपोशी की जाएगी. इस दौरान ताजमहल में लोगों को फ्री एंट्री देने की घोषणा की गई है.
बता दें कि मुगल शहंशाह शाहजहां का उर्स हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह के 25, 26 और 27 तारीख को मनाया जाता है. इस वर्ष 17 फरवरी से 19 फरवरी तक शहंशाह शाहजहां का 368 वां उर्स है. अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता ताजमहल में होने वाले उर्स के विरोध में गुरुवार सुबह करीब ग्यारह बजे भगवान शिव और पार्वती के स्वरूप रखकर एएसआई कार्यालय पहुंचे. कार्यालय के बाहर ही भगवान शिव व पार्वती के स्वरूप और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठ गए. हिंदू वादियों के इस तरह के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एएसआई और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया.
एएसआई कार्यालय के बाहर भूख हड़ताल पर भगवान शिव और पार्वती के स्वरूप बैठे हैं. भगवान शिव का स्वरूप रखकर आए कुशवाह का कहना है कि 'यह ताजमहल नहीं, तेजो महालय है. जो भगवान शिव का मंदिर है. शिव मंदिर में उर्स के दौरान बिरयानी चढ़ाई जाए. यह कैसे संभव हो सकता है .क्या भगवान शिव अब बिरयानी खाएंगे? यह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए शिव के स्वरूप में हड़ताल पर बैठा हूं. यदि प्रशासन ने मुझे जबरन यहां से उठा दिया तो मैं अपने घर पर ही अन्न जल त्याग कर बैठूंगा. पार्वती के स्वरूप में आई ऊषा वर्मा ने कहा कि 'जब तक तेजोमहालय में पूजा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. मैं यहां से नहीं जाउंगी. फिर, चाहे जान क्यों न चली जाए.'
अखिल भारत हिंदू महासभा की महिला विंग की मंडल अध्यक्ष मीना दिवाकर का कहना है कि 'ताजमहल में किसी भी तरह की धार्मिक एक्टिविटी नहीं हो सकती है. इस संबंध में उनके पास सुप्रीम कोर्ट का भी आदेश है. फिर, ताजमहल में उर्स का आयोजन कैसे हो सकता है. अगर ताजमहल में उर्स का आयोजन हो सकता है. तो हिंदुओं को ताजमहल में यानी तेजो महालय में पूजा का अधिकार क्यों नहीं है ? इसको लेकर पहले भी ज्ञापन दे चुके हैं. आज भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. जब तक हमको अनुमति नहीं मिलेगी. तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी.'
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