नई दिल्ली/अहमदाबाद : कांग्रेस ने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के इस्तीफा देने के बाद शनिवार को दावा किया कि इस घटनाक्रम से विभिन्न राज्यों में भाजपा की अंदरुनी लड़ाई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह की विफलता सामने आई है.
'भाजपा से मुक्ति दिलाने' का समय आ गया
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि अब गुजरात को 'भाजपा से मुक्ति दिलाने' का समय आ गया है.
उन्होंने ट्वीट किया, दो चीजें आज सामने आई हैं. पहली यह कि सभी भाजपा शासित राज्यों में अंदरुनी लड़ाई है, चाहे वह गुजरात हो, उत्तर प्रदेश हो, मध्य प्रदेश हो, असम हो या हरियाणा हो. दूसरी यह है कि भक्त मीडिया भाजपा में चल रही आपसी लड़ाई से बेखबर बना हुआ है क्योंकि उसका काम सिर्फ विपक्षी शासित राज्यों पर ध्यान केंद्रित रहना है.
सुरजेवाला ने दावा किया, यह मोदी और अमित शाह की विफलता को दिखाता है. उनके द्वारा बनाये गए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पांच वर्ष के बाद गुजरात और उसके लोगों को निराश किया. इसकी जिम्मेदारी मोदी जी की भी है. उन्होंने जोर देकर कहा, गांधी-पटेल की कर्मभूमि से कुटिल भाजपा एवं उसके नेतृत्व से मुक्त दिलाने का समय आ गया है.
सरकार रही विफल
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को इसलिए हटाया गया है, क्योंकि राज्य सरकार कोविड के दौरान सही प्रदर्शन करने और जनता को राहत देने में विफल रही. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी ने कहा, रूपाणी कोविड के दौरान राहत देने में विफल रहे और हम मांग करते हैं कि नितिन पटेल को भी हटाया जाना चाहिए, क्योंकि वह भी लोगों के हित में काम करने में विफल रहे हैं.
सोलंकी ने कहा कि उनका निष्कासन इस बात का सबूत है कि वह सभी मोचरें पर विफल रहे.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि यह लोगों का ध्यान हटाने और प्रधानमंत्री पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भाजपा द्वारा चेहरा बचाने की कवायद है, क्योंकि वह राज्य सरकार के प्रदर्शन के आधार पर चुनाव लड़ने का जोखिम नहीं उठा सकती है.
सोलंकी ने कहा, अब कांग्रेस के पास जनता की नजर में एक व्यवहार्य विकल्प बनने की चुनौती और अवसर है.
हालांकि यह पूछे जाने पर कि क्या गुजरात कांग्रेस में सब कुछ ठीक है, सोलंकी ने कहा कि कांग्रेस इसी महीने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करने जा रही है.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा ने अन्य कारणों से नगर निगम का चुनाव जीता और विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाएगी चाहे वे कप्तान बदल दें या नहीं.
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को गांधीनगर स्थित उनके आवास राजभवन में अपना इस्तीफा सौंपा.
विजय रूपाणी ने राजभवन में संवाददाताओं से कहा, मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. मुझे पांच साल तक काम करने का मौका देने के लिए मैं पीएम मोदी और पार्टी को धन्यवाद देता हूं.
रूपाणी ने 7 अगस्त 2016 को राज्य के मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया था. वह गुजरात विधानसभा में राजकोट पश्चिम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सूत्रों से पता चला है कि पार्टी रविवार तक रूपाणी की जगह नए सीएम के नाम की घोषणा करेगी. सबसे अधिक संभावना है कि उनकी जगह उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल जगह ले सकते हैं.
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कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भाजपा पर तंज कसते हुए ट्वीट किया, त्रिवेंद्र सिंह रावत, तीरथ सिंह रावत, बी एस येदियुरप्पा के बाद अब, विजय रूपाणी भी भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होंगे.
गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य में विधानसभा चुनाव होने से लगभग सवा साल पहले शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
यह अभी स्पष्ट नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के मुख्यमंत्री के पद से रूपाणी ने किन कारणों से इस्तीफा दे दिया है, जहां 182 सदस्यीय विधानसभा के लिये चुनाव अगले साल दिसंबर में होने हैं.
रूपाणी (65) ने दिसंबर 2017 में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.
(एजेंसी इनपुट)