जयपुर. राजस्थान 9 साल में दूसरी बार कांग्रेस के अधिवेशन का गवाह बनने जा रहा है. 2013 के बाद अब 2022 में 13 से 15 मई तक उदयपुर में होने वाले कांग्रेस नव संकल्प शिविर को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने (Arrangements for Chintan Shivir in Udaipur) शेड्यूल जारी कर दिया गया है.
ये रहेगा शेड्यूल :
13 मई को चिंतन शिविर का कार्यक्रम शाम 5 बजे तक : 13 मई से शुरू हो रहे चिंतन शिविर का आगाज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबोधन से होगा. सुबह 11 बजे तक 400 से ज्यादा प्रतिनिधि और नेता चिंतन शिविर पहुंचेंगे और उसके बाद दोपहर 12 बजे चिंतन शिविर शुरू हो जाएगा. दोपहर 2 बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतन शिविर में शिरकत करेंगीं, जहां प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सोनिया गांधी का स्वागत करेंगे.
उसके बाद 2 बजकर 6 मिनट पर सोनिया गांधी के सम्मान में वेलकम स्पीच दी जाएगी और उसके बाद 2 बजकर 10 मिनट पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से चिंतन शिविर में आए हुए लोगों को संबोधित किया जाएगा. जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतन शिविर का मकसद और देश के वर्तमान हालातों को लेकर अपना संबोधन देंगीं. उसके बाद दोपहर 3 बजे से चिंतन शिविर में ग्रुप संवाद शुरू होगा जो शाम 5 बजे तक चलेगा. इसके साथ ही चिंतन शिविर के पहले दिन का कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा.
14 मई को रात 8 बजे तक : 14 मई को सुबह 10:30 बजे चिंतन शिविर का कार्यक्रम (Congress Politics in Rajasthan) ग्रुप संवाद के साथ शुरू होगा. उसके बाद दोपहर 2:30 बजे तक ग्रुप संवाद चलेगा और रात 8 बजे दूसरे दिन का कार्यक्रम समाप्त होगा.
15 मई को शाम 4:15 बजे तक : 15 मई को सुबह 11 बजे से चिंतन शिविर का कार्यक्रम शुरू होगा. उसके बाद विभिन्न प्रस्ताव चिंतन शिविर में पास किए जाएंगे. दोपहर 1 बजे चिंतन शिविर में आए हुए सभी प्रतिनिधियों के साथ ग्रुप फोटो सेशन होगा. दोपहर 3 बजे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का भी संबोधन होगा. राहुल गांधी के भाषण के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा चिंतन शिविर में आए सभी नेताओं का धन्यवाद देंगे. उसके बाद शाम 4 बजकर 15 मिनट पर चिंतन शिविर का समापन हो जाएगा और चिंतन शिविर में आए नेताओं की रवानगी भी शुरू हो जाएगी.
यह रहेगा पूरा कार्यक्रम :
13 मई - चिंतन शिविर का पहला दिन -
- 12 बजे सभी डेलिगेट्स शिविर स्थल पर एकत्र होगें.
- 1 बजे लंच ब्रेक होगा.
- 2 बजे काग्रेंस अध्यक्ष का आगमन.
- 2.04 पर आयोजन समिति अध्यक्ष द्वारा स्वागत.
- 2.06 पर स्वागत भाषण.
- 2.10 बजे कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा उद्घाटन भाषण.
- 3 बजे समूह चर्चा.
14 मई - चिंतन शिविर का दूसरा दिन -
- 10.30 बजे से समूह चर्चा का आगाज.
- 1.00 बजे लंच ब्रेक.
- 2.30 से 7.30 बजे तक समूह चर्चा.
- 8.00 बजे 6 समन्वय समितियों के समन्वयकों की मिटिंग.
15 मई - चिंतन शिविर का तीसरा और अंतिम दिन-
- 2.30 बजे चिंतन शिविर स्थल पर सभी प्रतिभागी जुटेगें.
- 3.00 बजे तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा समापन भाषण होगा.
- साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष का भाषण भी होगा.
- राजस्थान पीसीसी चीफ द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया जाएगा.
- 4.15 पर राष्ट्रगान के साथ नव संकल्प शिविर का समापन होगा.
नव संकल्प शिविर में कुल 422 डेलीगेट्स शामिल होंगे :
- CWC सदस्य, AICC पदाधिकारी, पीसीसी चीफ, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री (कैबिनेट स्तर के), वर्तमान लोकसभा और राज्यसभा सांसद व सभी अग्रिम संगठनों के राष्ट्रीय कार्यकारिणी पदाधिकारी.
- 50 फीसदी लोग 21 से 40 साल से आयु वर्ग के होंगे, जिनमें से 21 फीसदी के करीब महिलाएं होंगी.
राहुल गांधी चेतक एक्सप्रेस से 74 प्रमुख नेताओं के साथ 12 मई को होंगे दिल्ली से रवाना : 12 मई को राहुल चेतक एक्सप्रेस से दिल्ली से उदयपुर आएंगे. राहुल के साथ 74 वरिष्ठ नेता ट्रेन से उदयपुर आएंगे. ट्रेन 12 मई शाम 7.35 पर दिल्ली के सराय रोहिल्ला से चलेगी. रात 10 बजे राजस्थान के नीम का थाना स्टेशन पर स्वागत होगा. इसके बाद सुबह-सुबह 5.10 बजे चित्तौड़गढ़ और मावली में 6 बजकर 38 मिनट पर स्वागत होगा. सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर राहुल गांधी उदयपुर स्टेशन पर पहुंचेंगे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ता उनका बड़ा स्वागत करेंगे.
नव संकल्प शिविर के लिए बनाई गई 6 कमेटियां, कुल 54 मेंबर हैं, राजस्थान से एकमात्र सचिन पायलट :
- खेती-किसानी प्रस्ताव : भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इस कमेटी का कन्वीनर बनाया गया है. इस कमेटी में टीएस सिंह देव, शक्ति सिंह गोहिल, नाना पटोले, प्रताप सिंह बाजवा, अरुण यादव, अखिलेश प्रसाद सिंह, गीता कोरा और अजय कुमार लल्लू शामिल हैं.
- राजनीतिक प्रस्ताव : मल्लिकार्जुन खड़गे की चेयरमैनशिप में बनाई गई कमेटी में गुलाम नबी आजाद, अशोक चौहान, उत्तम कुमार रेड्डी, शशि थरूर, गौरव गोगोई, सप्तगिरी शंकर, पवन खेड़ा और रागिनी नायक शामिल हैं.
- आर्थिक प्रस्ताव : पी. चिदंबरम को इस कमेटी का कन्वीनर बनाया गया है. इसमें सिद्धारमैया, आनंद शर्मा, सचिन पायलट, मनीष तिवारी, राजीव अरोड़ा, परिणीति शिंदे, गौरव वल्लभ और सुप्रिया श्रीनेत शामिल हैं.
- सोशल एंपावरमेंट प्रस्ताव : सलमान खुर्शीद के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी में मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, कुमारी शैलजा, सुखजिंदर सिंह, नबम टूकि, नारायण भाई, एन्टोनी, के. राजू शामिल हैं.
- संगठनात्मक प्रस्ताव : इस कमेटी में मुकुल वासनिक को कन्वीनर बनाया गया है, जिसमें अजय माकन, तारिक अनवर, रमेश, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अधीर रंजन चौधरी, नेता डिसूजा और मीनाक्षी नटराजन शामिल हैं.
- यूथ एंड एंपावरमेंट प्रस्ताव : अमरिंदर सिंह राजा को कमेटी का कन्वीनर बनाया गया है. जिसमें श्रीनिवास बीवी, नीरज कुंदन, कृष्णा गौरा, कृष्णा अल्लावरु, अलका लांबा, रोजी ऐमजॉन, अभिषेक दत्त, करिश्मा ठाकुर और संगीता दत्ता शामिल हैं.
कमेटियां इन प्रस्तावों पर करेंगी चर्चा :
शिविर में राजनीतिक मुद्दा : शिविर में आने वाले राजनीतिक प्रस्ताव में राजनीतिक और सामाजिक ध्रुवीकरण, सेंटर स्टेट रिलेशन, जम्मू-कश्मीर डीलिमिटेशन का मुद्दा है. इसके साथ ही नॉर्थ-ईस्ट की पहचान बदलने की कोशिश पर चर्चा होगी.
आर्थिक एजेंडा : शिविर में आर्थिक एजेंडा पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की तरफ से रखा जाएगा. जिसमें पब्लिक सेक्टर का निजीकरण, मंहगाई, नोटबंदी के बाद इकोनॉमी का गिरावट, GST, कोविड मिस मैनेजमेंट, राज्यों के GST बकाया, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों का जिक्र होगा.
सामाजिक और न्याय एजेंडा : सलमान खुर्शीद इस बार सामाजिक न्याय का एजेंडा पेश करेंगे. जिसमें खासतौर से अनुसूचित जाति, महिला, ट्राइबल कानून के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया जाएगा. साथ ही पिछड़े वर्गों को संगठन में उनके प्रतिनिधित्व पर चर्चा होगी.
युवा एंपावरमेंट एजेंडा : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व युवा कांग्रेस के अध्यक्ष राजा बरार ने युवाओं को लेकर इस बार कई नए प्रयोग करने की बात कही है. इस बार शिविर में 50 फीसदी लोग 50 साल से कम आयु के होंगे. युवा एजेंडा में शिक्षा और रोजगार को सबसे ज्यादा तवज्जो दिया गया है. न्यू एजुकेशन पॉलिसी और इतिहास को दोबारा से लिखने को मोदी सरकार की कोशिश को एजेंडा में रखा गया है.
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किसान और खेत मजदूर का ग्रुप : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस ग्रुप के कन्वीनर हैं. वो लगातार किसान संगठन के लोगों से फीडबैक लेकर एजेंडा तैयार कर रहे हैं. ये नया ग्रुप बनाया गया है. इस एजेंडे में खेती किसानी से जुड़े मुद्दे उठाए जाएंगे. इस बार एमएसपी का मुद्दा, कर्जमाफी का मुद्दा सबसे अहम रहेगा.
ऑर्गेनाइजेशन एजेंडा : कांग्रेस पार्टी के लिहाज से ये सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा होगा. जिसमें भविष्य की दिशा और दशा को लेकर मंथन होगा. इसका एजेंडा मुकुल वासनिक की टीम ने तैयार किया है. संगठन में सुधार, राष्ट्रीय, राज्य और जिला के स्तर पर बदलाव. इसके साथ ही ऑर्गेनाइजेशन के एजेंडे में दिग्विजय सिंह और प्रियंका गांधी के एजिटेशन ग्रुप द्वारा दिए गए सुझावों को भी शामिल किया गया है. इस ग्रुप ने अगले दो साल के लिए रोडमैप तैयार किया है. अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग प्रजेंटेशन के प्रोग्राम होंगे.
पायलट के पोस्टर हटने से विवाद : कांग्रेस का तीन दिवसीय चिंतन शिविर शुरू होने से पहले ही एक नया विवाद शुरू हो गया. शिविर को लेकर शहर में लगाए गए पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पोस्टर को हटाने को लेकर सियासत (Activists angry over removal of sachin pilot poster) शुरू हो गई. सचिन पायलट के समर्थकों ने उनके स्वागत के लिए होटल, एयरपोर्ट के आसपास हार्डिंग लगवाए थे लेकिन समर्थकों का कहना है कि कई इलाकों में इन्हें हटवा दिया गया है.
अब इस मामले को लेकर सियासत गरमाने लगी है. हालांकि, शहर के कई इलाकों में अभी भी सचिन पायलट के पोस्टर लगे हुए हैं. पायलट समर्थकों ने बताया कि यह पोस्टर प्रशासन ने हटवाए हैं. अब इस पूरे मामले में कांग्रेस का कोई भी पदाधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है. अब पोस्टर हटाने की सियासत ने कांग्रेस के अंदरूनी कलह को एक बार फिर से नया विवाद दे दिया है. कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं का कहना है कि जहां एक तरफ पार्टी युवाओं को आगे करने की बात करती है तो दूसरी ओर इस तरह की घटनाएं कई सवाल भी खड़े करती है.
नेताओं के रुकने का इंतजाम : उदयपुर की ताज अरावली रिसोर्ट और अनंता रिसोर्ट को रिजर्व रखा गया है. इस रिसोर्ट में करीब 175 कमरे हैं. इसी के पास में स्थित अनंता रिसोर्ट में भी इतने ही कमरे हैं. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और बड़े दिग्गज नेता के ताज अरावली होटल में ठहरने के लिए व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही है. चिंतन शिविर को लेकर इन दोनों ही रिसोर्ट में तैयारियां की जा रही हैं. जिससे चिंतन शिविर की भव्यता और दिव्यता देखने को मिलेगी. सीडब्ल्यूसी सदस्य रघुवीर मीणा ने बताया कि हमारा सौभाग्य है कि चिंतन शिविर राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हो रहा है. इस शिविर की मेजबानी का अवसर हमें मिला है. उन्होंने कहा कि उदयपुर में करीब 6 से 7 होटलों में नेताओं को रोकने की व्यवस्था की गई है.
राजस्थानी और मेवाड़ी अंदाज से किया जाएगा स्वागत : दुनिया में अपने खान-पान और अपनी संस्कृति के लिए जाने जाने वाले राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस के 400 दिग्गज नेता एकत्रित होंगे. ऐसे में इनका स्वागत पारंपरिक रूप से किए जाने की तैयारी है. नेताओं की मेजबानी में राजस्थानी और मेवाड़ के आदित्य परंपरा की झलक दिखेगी. इस चिंतन शिविर को लेकर पीसीसी ने तैयारियां तेज कर दी हैं.
उदयपुर के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती भी देखने को मिलेगी : कांग्रेस के इस तीन दिवसीय चिंतन शिविर में अपने पार्टी की रीति-नीति को लेकर मंथन करेगी. इसकी विशेष तैयारियां की जा रही हैं. उदयपुर अपनी संस्कृति और मेजबानी के लिए विश्व में प्रसिद्ध है. यहां के खानपान और स्वाद का जायका देश-दुनिया में विख्यात है. इसके साथ ही चिंतन शिविर में राजस्थानी लोक रंग की झलक भी देखने को मिल सकती है.