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Sachin Pilot Protest : सचिन पायलट को AAP नेता विनय मिश्रा-बेनीवाल समेत कई नेताओं का मिला समर्थन, अनिरुद्ध भी बैठे रहे धरने पर

कांग्रेस नेता सचिन पायलट आज जयपुर में शहीद स्मारक पर अनशन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव समेत विपक्ष के नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी खुलकर पायलट के समर्थन में नजर आए

Chhattisgarh congress leader TS Singh Dev
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Published : Apr 11, 2023, 12:28 PM IST

Updated : Apr 11, 2023, 8:06 PM IST

जयपुर. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राजस्थान में पिछली भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने के लिए एक दिन का अनशन कर रहे हैं. इस कदम को साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले नेतृत्व के मुद्दे को हल करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, सचिन पायलट को कांग्रेस नेताओं समेत विपक्ष के भी कई नेताओं का समर्थन मिल रहा है. जिसमें हनुमान बेनीवाल से लेकर आप नेता विनय मिश्रा तक शामिल हैं

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने सचिन पायलट का समर्थन किया हैं. उन्होंने प्रदेश की जनता से सचिन का साथ देने की अपील की. विनय मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा- सबसे भ्रष्ट और निकम्मी सरकार राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. इतनी भ्रष्ट की इनके अपने ही सरकार का एक बेहद ही पढ़ा लिखा युवा नेता सचिन पायलट आज भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. सोचिए उनकी ही सरकार ने उन्हे कितना मजबूर किया होगा अनशन करने को. अब राजस्थान को विकल्प चाहिए.

  • और वसुंधरा जी मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बेहद गंभीर मामला है। बेहद भयावह भी है। आज राजस्थान की जनता को ठगा जा रहा है। मैं राजस्थान की जनता से आग्रह करता हूं आज एक पढ़ा लिखा नौजवान @SachinPilot जी इनके गठबंधन को उजागर कर रहे हैं तो राजस्थान की जनता को उनका साथ देना चाहिए।

    — Vinay Mishra (@vinaymishra_aap) April 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विनय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए एक और ट्वीट किया और लिखा- राजस्थान में वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आज अगर राजस्थान को किसी ने लूटा है, तो वो वसुंधरा और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आप नेता ने कहा कि यही बड़ी वजह है कि प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा कर्जा सरकार पर है. उन्होंने बताया कि राजस्थान पर करीब 5 लाख करोड रुपए का ऋण है.

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया. उन्होंने पायलट से अपील करते हुए कहा, वह आज अनशन के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान करें और अपनी खुद की पार्टी बनाकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन कर तीसरा मोर्चा बनाएं. बेनीवाल ने कहा कि अगर पायलट, आरएलपी, बसपा और ट्राइबल पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस से उब चुका किसान और जवान जो बदलाव चाहता है वह तीसरे मोर्चे को जिताएगा. लेकिन इसके लिए सचिन पायलट को अनशन के बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान करने के बाद राज्य के दौरे पर निकलना होगा.

छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेस नेता और मंत्री टीएस सिंह देव ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया है. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI को दिए बयान में कहा कि यह अनशन भारतीय जनता पार्टी की पूर्व वसुंधरा सरकार के खिलाफ एक आवाज है. टीएस सिंह देव ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि चुनाव के वक्त जनता से जुड़े सवालों के जवाब की वजह से पायलट ने ऐसा कदम उठाए हैं. सिंह ने यह भी कहा कि वसुंधरा सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ था और उसकी जांच नहीं करवाई गई. छत्तीसगढ़ के इस कांग्रेस नेता ने कहा कि वे सचिन पायलट के कदम को कांग्रेस विरोधी होने की बजाय विपक्षी दल के भ्रष्टाचार के विरोध में देखते हैं.

पढ़ें : पायलट का अनशन, वसुंधरा राजे बहाना! गहलोत पर निशाना, सचिन के ये हैं आरोप

इसके पहले प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने भी सचिन पायलट के समर्थन में बयान जारी किया था. उन्होंने भी पायलट के कदम को पार्टी विरोधी न मानते हुए कांग्रेस के वादे पर अमलीजामा करने के कदम के रूप में ही इसे बताया था. वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी पायलट का समर्थन करते हुए रंधावा के स्टेटमेंट पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा कि पायलट भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन कर रहे हैं. ऐसे में उनका यह कदम पार्टी विरोधी कैसे हो सकता है ? रंधावा से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि जब अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश में कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है, तो वसुंधरा सरकार के घोटालों को समर्थन कैसे किया जा सकता है.

पढ़ें : सचिन पायलट के अनशन पर AICC सख्त, रंधावा ने कहा-यह पार्टी विरोधी गतिविधि

आचार्य प्रमोद कृष्णन ने प्रदेश प्रभारी रंधावा से कहा कि पार्टी नेतृत्व को खुद पार्टी नहीं बनना चाहिए. माना जा रहा है कि पायलट के इस मसले पर कांग्रेस में दो मत सामने आने के बाद गतिरोध गहरा सकता है. इससे पहले भी एक ट्वीट में उन्होंने महाभारत का जिक्र करते हुए कहा था कि धृतराष्ट्र के अंधे होने पर महायुद्ध नहीं हुआ था, बल्कि अकेले अभिमन्यु को अन्याय पूर्वक मारे जाने से महाभारत जैसा महायुद्ध सामने आया था.

  • भाजपा के “भ्रष्टाचार”
    के ख़िलाफ़ किया जा रहा “अनशन”
    पार्टी विरोधी कैसे हो गया रंधावा जी, अदाणी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ पूरे देश में लड़ रही कांग्रेस वसुंधरा सरकार के घोटालों का “समर्थन” कैसे कर सकती है,
    हे महामात्य,
    पार्टी नेतृत्व को पार्टी नहीं बनना चाहिये. @INCIndia

    — Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि गहलोत सरकार के खिलाफ इस तरह का कोई भी विरोध पार्टी विरोधी गतिविधि है और पार्टी के हितों के खिलाफ है. इसके बाद सचिन पायलट के समर्थन में देश और प्रदेश की कांग्रेस नेताओं की भी आवाज सामने आने लगी है. ऐसे में एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं के सचिन पायलट को मिल रहे समर्थन के बाद एआईसीसी के रुख पर भी नजर होगी. क्या इन नेताओं की बयानबाजी को भी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी अनुशासनहीनता के कदम के रूप में देखेगी?

मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी पायलट के साथ अनशन पर बैठे रहे : मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी खुलकर पायलट के समर्थन में नजर आए. वे भी सचिन पायलट के लाथ जयपुर में अनशन पर बैठे रहे. वहीं, उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मामा जी के लिए जान भी हाजिर है.

जयपुर. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राजस्थान में पिछली भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने के लिए एक दिन का अनशन कर रहे हैं. इस कदम को साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले नेतृत्व के मुद्दे को हल करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, सचिन पायलट को कांग्रेस नेताओं समेत विपक्ष के भी कई नेताओं का समर्थन मिल रहा है. जिसमें हनुमान बेनीवाल से लेकर आप नेता विनय मिश्रा तक शामिल हैं

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने सचिन पायलट का समर्थन किया हैं. उन्होंने प्रदेश की जनता से सचिन का साथ देने की अपील की. विनय मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा- सबसे भ्रष्ट और निकम्मी सरकार राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. इतनी भ्रष्ट की इनके अपने ही सरकार का एक बेहद ही पढ़ा लिखा युवा नेता सचिन पायलट आज भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. सोचिए उनकी ही सरकार ने उन्हे कितना मजबूर किया होगा अनशन करने को. अब राजस्थान को विकल्प चाहिए.

  • और वसुंधरा जी मिलकर सरकार बना रहे हैं। ये बेहद गंभीर मामला है। बेहद भयावह भी है। आज राजस्थान की जनता को ठगा जा रहा है। मैं राजस्थान की जनता से आग्रह करता हूं आज एक पढ़ा लिखा नौजवान @SachinPilot जी इनके गठबंधन को उजागर कर रहे हैं तो राजस्थान की जनता को उनका साथ देना चाहिए।

    — Vinay Mishra (@vinaymishra_aap) April 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

विनय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए एक और ट्वीट किया और लिखा- राजस्थान में वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आज अगर राजस्थान को किसी ने लूटा है, तो वो वसुंधरा और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आप नेता ने कहा कि यही बड़ी वजह है कि प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा कर्जा सरकार पर है. उन्होंने बताया कि राजस्थान पर करीब 5 लाख करोड रुपए का ऋण है.

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया. उन्होंने पायलट से अपील करते हुए कहा, वह आज अनशन के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान करें और अपनी खुद की पार्टी बनाकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन कर तीसरा मोर्चा बनाएं. बेनीवाल ने कहा कि अगर पायलट, आरएलपी, बसपा और ट्राइबल पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस से उब चुका किसान और जवान जो बदलाव चाहता है वह तीसरे मोर्चे को जिताएगा. लेकिन इसके लिए सचिन पायलट को अनशन के बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान करने के बाद राज्य के दौरे पर निकलना होगा.

छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेस नेता और मंत्री टीएस सिंह देव ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया है. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI को दिए बयान में कहा कि यह अनशन भारतीय जनता पार्टी की पूर्व वसुंधरा सरकार के खिलाफ एक आवाज है. टीएस सिंह देव ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि चुनाव के वक्त जनता से जुड़े सवालों के जवाब की वजह से पायलट ने ऐसा कदम उठाए हैं. सिंह ने यह भी कहा कि वसुंधरा सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ था और उसकी जांच नहीं करवाई गई. छत्तीसगढ़ के इस कांग्रेस नेता ने कहा कि वे सचिन पायलट के कदम को कांग्रेस विरोधी होने की बजाय विपक्षी दल के भ्रष्टाचार के विरोध में देखते हैं.

पढ़ें : पायलट का अनशन, वसुंधरा राजे बहाना! गहलोत पर निशाना, सचिन के ये हैं आरोप

इसके पहले प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने भी सचिन पायलट के समर्थन में बयान जारी किया था. उन्होंने भी पायलट के कदम को पार्टी विरोधी न मानते हुए कांग्रेस के वादे पर अमलीजामा करने के कदम के रूप में ही इसे बताया था. वहीं, आचार्य प्रमोद कृष्णन ने भी पायलट का समर्थन करते हुए रंधावा के स्टेटमेंट पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए कहा कि पायलट भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन कर रहे हैं. ऐसे में उनका यह कदम पार्टी विरोधी कैसे हो सकता है ? रंधावा से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि जब अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरे देश में कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है, तो वसुंधरा सरकार के घोटालों को समर्थन कैसे किया जा सकता है.

पढ़ें : सचिन पायलट के अनशन पर AICC सख्त, रंधावा ने कहा-यह पार्टी विरोधी गतिविधि

आचार्य प्रमोद कृष्णन ने प्रदेश प्रभारी रंधावा से कहा कि पार्टी नेतृत्व को खुद पार्टी नहीं बनना चाहिए. माना जा रहा है कि पायलट के इस मसले पर कांग्रेस में दो मत सामने आने के बाद गतिरोध गहरा सकता है. इससे पहले भी एक ट्वीट में उन्होंने महाभारत का जिक्र करते हुए कहा था कि धृतराष्ट्र के अंधे होने पर महायुद्ध नहीं हुआ था, बल्कि अकेले अभिमन्यु को अन्याय पूर्वक मारे जाने से महाभारत जैसा महायुद्ध सामने आया था.

  • भाजपा के “भ्रष्टाचार”
    के ख़िलाफ़ किया जा रहा “अनशन”
    पार्टी विरोधी कैसे हो गया रंधावा जी, अदाणी के भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ पूरे देश में लड़ रही कांग्रेस वसुंधरा सरकार के घोटालों का “समर्थन” कैसे कर सकती है,
    हे महामात्य,
    पार्टी नेतृत्व को पार्टी नहीं बनना चाहिये. @INCIndia

    — Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) April 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें कि कांग्रेस के राज्य प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि गहलोत सरकार के खिलाफ इस तरह का कोई भी विरोध पार्टी विरोधी गतिविधि है और पार्टी के हितों के खिलाफ है. इसके बाद सचिन पायलट के समर्थन में देश और प्रदेश की कांग्रेस नेताओं की भी आवाज सामने आने लगी है. ऐसे में एक के बाद एक कांग्रेस नेताओं के सचिन पायलट को मिल रहे समर्थन के बाद एआईसीसी के रुख पर भी नजर होगी. क्या इन नेताओं की बयानबाजी को भी ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी अनुशासनहीनता के कदम के रूप में देखेगी?

मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी पायलट के साथ अनशन पर बैठे रहे : मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह भी खुलकर पायलट के समर्थन में नजर आए. वे भी सचिन पायलट के लाथ जयपुर में अनशन पर बैठे रहे. वहीं, उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि मामा जी के लिए जान भी हाजिर है.

Last Updated : Apr 11, 2023, 8:06 PM IST
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