इंदौर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने बीजेपी के बड़े नेताओं पर नकली नोटों के धंधे में शामिल रहने का आरोप लगाया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे यह बात पूरे दावे के साथ कह सकते हैं.
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने लव जिहाद, संघ प्रमुख मोहन भागवत के डीएनए पर दिए गए बयान, बीजेपी और एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी के बीच सांठगांठ और संगीतकार जावेद अख्तर के बयान पर भी बेबाक राय रखी. कई सवाल भी उठाए.
ओवैसी पर क्यों नहीं लग रहा राष्ट्रद्रोह
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इंदौर में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी-बिहार में ओवैसी की भड़काऊ बयानबाजी के सवाल पर कहा कि कोई भी बयान देने पर कांग्रेस नेताओं पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा लग जाता है लेकिन ओवैसी पर नही लगता.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहिए कि उन्होंने ओवैसी को क्यों खड़ा किया है? कहा कि जहां भी चुनाव होता है वहां बीजेपी पहले तो विकास की बात करती है और चुनाव करीब आते-आते हिंदू-मुसलमान के मुद्दे पर लौट आती है. उन्होंने सवाल उठाया कि ओवैसी अपने गृह राज्य तेलंगाना में पूरी सीट पर चुनाव नहीं लड़ते लेकिन बिहार-यूपी में चुनाव लड़ने पहुंच जाते हैं. सिंह ने आरोप लगाया कि चुनाव लड़ना ओवैसी की भाजपा से मिली जुली नूरा-कुश्ती का प्रमाण है.
मानहानि के दावों से नहीं डरता
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं मानहानि के दावों से नहीं डरता. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की कट्टरपंथी विचारधारा चाहे हिंदुओं के लिए हो या मुसलमानों के लिए ये एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझ पर आरएसएस ने, ओवैसी ने और बाबा रामदेव ने भी मानहानि के दावे किए हुए हैं लेकिन मैं इनसे डरता नहीं हूं. ये लोग हिंदुओं को बरगलाते हैं.
डीएनए एक तो लव जेहाद क्यों
कांग्रेस महासचिव ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू-मुसलमानों का डीएनए एक होने के बयान पर भी निशाना साधा है. दिग्विजय ने कहा कि एक तरफ तो मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदू मुसलमान का डीएनए एक है. अगर डीएनए एक है तो लव जिहाद की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास केवल एक ही एजेंडा है हर चुनाव में हिंदू-मुसलमान पर ही फोकस कर देते हैं. हिंदूओं को बरगलाते हैं कि उनका धर्म खतरे में है.
18वीं सदी में ले जाना चाहती है भाजपा
मध्य प्रदेश में एमबीबीएस डॉक्टरों के सिलेबस में आरएसएस की विचारधारा, हेडगेवार और दीनदयाल उपाध्याय को जोड़े जाने पर कहा कि इनकी विचारधारा का साइंस से कोई रिश्ता नहीं है. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि आरएसएस व बीजेपी की विचारधारा के लोग भारत को 17वी-18वीं सदी में ले जाना चाहते हैं. उन्होंने तालिबान का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति प्लस धर्म बराबर तालिबान.