नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश का स्वागत किया, जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस को 25 मई, 2013 के झीरम घाटी नक्सली हमले की जांच करने की अनुमति दी गई थी. साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा इस भयानक घटना के पीछे की साजिश में शामिल थी. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ला, राज्य इकाई के प्रमुख नंद कुमार पटेल, वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा जिन्हें टाइगर ऑफ बस्तर के नाम से जाना जाता था समेत अलावा छत्तीसगढ़ कांग्रेस का पूरा शीर्ष नेतृत्व नक्सली हमले में मारा गया था.
सुकमा जिले में झीरम घाटी में सैकड़ों नक्सलियों ने पार्टी के काफिले पर हमला कर इस घटना को अंजाम दिया था. इस बारे में बस्तर से लोकसभा सदस्य और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख दीपक बैज ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि अब उचित जांच होगी और न्याय होगा. उन्होंने कहा कि एनआईए झीरम घाटी नक्सली हमले के पीछे की साजिश की राज्य पुलिस की जांच में बाधा डाल रही थी. वहीं मृतक के आश्रित इतने साल के बाद भी न्याय का इंतजार कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि झीरम घाटी हमला आजादी के बाद भारत में सबसे बड़ी राजनीतिक हत्या की साजिश है. इस भयानक हमले के पीछे की साजिश में बीजेपी शामिल थी. जब यह घटना घटी तब भाजपा सत्ता में थी. पिछले सात-आठ दिनों से उस इलाके में नक्सलियों का मूवमेंट हो रहा था. अगर इतने बड़े पैमाने पर नक्सलियों की आवाजाही हो रही थी तो राज्य खुफिया विभाग को इसकी भनक कैसे नहीं लगी. इसके अलावा, कांग्रेस पार्टी ने उस क्षेत्र से गुजरने वाले अपने काफिले के लिए उचित सुरक्षा का अनुरोध किया था, लेकिन राज्य सुरक्षा वापस ले ली गई. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार 2014 में सत्ता में आने के बाद से जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस नेता के मुताबिक नक्सली हमले ने देशभर के पार्टी नेताओं को झकझोर कर रख दिया था और उस घटना की यादें आज भी कायम हैं. इस घटना से न केवल राज्य इकाई बल्कि पूरी पार्टी हिल गई है थी. पार्टी को उस सदमे से उबरने में हमें काफी वक्त लग गया और हम उससे पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाए हैं. बैज ने कहा कि इस हमले से पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ और मुझे नहीं लगता कि इसे कभी भी कवर किया जा सकता है.
उस घटना के बाद पार्टी को फिर से संगठित करना आसान नहीं था लेकिन हमने ऐसा किया और 2018 में सत्ता में आए. नक्सली खतरे के केंद्र बस्तर से सांसद बैज के अनुसार पार्टी झीरम घाटी हमले में शामिल नेताओं के आश्रितों को बढ़ावा दे रही है, जिनमें नंद कुमार पटेल और महेंद्र कर्मा के बेटे भी शामिल हैं, जो दो बार विधायक रह चुके हैं और इस बार भी चुनाव मैदान में हैं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रमुख जिन्होंने हाल ही में वरिष्ठ नेताओं के साथ राज्य में 7 नवंबर और 17 नवंबर को होने वाले मतदान की समीक्षा की. उन्होंने दावा किया कि पार्टी बस्तर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेगी और फिर से सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि 2018 में हमने बस्तर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली 12 विधानसभा सीटों में से 11 पर जीत हासिल की थी, हम इस बार भी यह प्रदर्शन दोहराएंगे. इसका कारण पिछले पांच वर्षों में भूपेश बघेल सरकार द्वारा नक्सली क्षेत्रों में किया गया विकास है. बैज ने कहा कि हमें करीब 75 सीटें मिलेंगी और हम फिर से सरकार बनाएंगे.
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